Anganwadi workers strike
संजीव कौशिक, रोहतक:
Anganwadi Workers Strike : आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका तालमेल कमेटी के आह्वान पर प्रदेशव्यापी हड़ताल 45वें दिन भी पूरे उत्साह के साथ जारी रही। बहनों ने मानसरोवर पार्क में अपना धरना जारी रखा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका यूनियन हरियाणा संबंधित एआईयूटीयूसी की रोहतक जिला सचिव सुनीता वर्मा ने कहा कि आज भी हमारी बहनें बरसात के मौसम में सैंकड़ों की संख्या में शामिल हुई हैं।
सभी बोले- हम हैं एकजुट
हम सभी आंगनबाड़ी बहनें एकजुट हैं। हम सरकार की हर दमनकारी कार्यवाही का जवाब देंगे। हर कीमत पर अपनी सारी मांगों को पूरा कराके ही मानेंगी। प्रशासन के हर तरह के दमन से हमारा आंदोलन दबने वाला नहीं है। जब तक हमें हमारा हक नहीं मिलेगा तब तक हम लड़ती रहेंगी।
आंदोलन का हो रहा विस्तार: रोशनी
रोहतक जिला प्रधान रोशनी चौधरी ने कहा कि आंदोलन जीत की तरफ बढ़ रहा है। आंदोलन का विस्तार होता जा रह है। हरियाणा सरकार के पास हमारी इन मांगों को नकारने का कोई तर्क नहीं है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाएं कोई नई मांग नहीं कर रही है, बल्कि प्रधानमंत्री की 2018 की घोषणा को लागू करने की मांग कर रही हैं। इससे इन्कार कर हरियाणा सरकार अपने ही प्रधानमंत्री की अवमानना कर रही है।
अपनी मांगों को कर रहे बुलंद Anganwadi workers strike
उन्होंने आज फिर से अपनी मांगों को बुलंद किया। इनमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए जब तक कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक न्यूनतम वेतन कार्यकर्ता को 24000 व सहायिका को 16000 रू दिया जाए। 2018 में की गई घोषणाओं को लागू करते हुए महंगाई भते की तमाम किस्त मानदेय में जोड़कर दी जाए। महंगाई भते का बकाया ऐरियर भी तुरंत दिया जाए। विभाग द्वारा बिना फोन व अन्य संसाधन दिए वर्कर्स पर आॅनलाइन का काम ना करवाया जाए। इस बारे माननीय उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना न की जाए। प्रधानमंत्री द्वारा सिंतबर 2018 में की गई वर्कर्स व हैल्पर्स की 1500 एवं 750 रुपए की बढ़ौतरी को ऐरियर समेत दिया जाए। आंगनबाड़ीकार्यकर्ता को 5 लाख व सहायिका को 3 लाख रुपए रिटायरमेंट लाभ दिया जाए। रिटायरमैंट पैंशन लागू की जाए। आंगनबाड़ीकार्यकर्ता से सुपरवाइजर के रूप में 50 प्रतिशत की पदोन्नति को बिना किसी शर्त के लागू किया जाए। आंगनबाड़ीकेंद्रों का बढ़ा किराया ग्रामीण क्षेत्र का 2000 , छोटे कस्बे / शहर का 3000 व बड़े शहरों का 5000 रुपए लागू किया जाए। किराया कम देने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाए। आंगनबाड़ीकार्यकर्ता व सहायिका को विभागीय ट्रेनिंग या मीटिंग में बुलाने पर टीए व डीए दिया जाए तथा 18 किलोमीटर की सीमा खत्म की जाए। आंगनबाड़ीवर्कर व हैल्पर को दुर्घटना होने पर इलाज का पूरा खर्च मिले। मृत्यु होने पर अन्य विभागों की तर्ज पर 3 लाख रुपए मुआवजा व आश्रित को नौकरी मिले।
वर्कर्स व हेल्पर्स की वर्दी की राशि बढ़े व सालाना कम से कम 2000 रुपए की जाए। नई शिक्षा नीति वापस हो। प्ले वे स्कूल के नाम पर आईसीडीएस का निजीकरण ना किया जाए। आईसीडीएस में किसी भी एनजीओ या प्राइवेट संस्था को शामिल करने की अनुमति ना दी जाए। आईसीडीएस में खाली पड़े हैल्परों , वर्करों , सुपरवाईजरों , सीडीपीओ , पीओ आदि के तमाम पदों को भरा जाए ताकि विभाग के काम का संचालन ठीक प्रकार से हो।(Anganwadi workers strike) आईसीडीएस की 6 सेवाओं तथा 5 उद्देश्य से अलग कोई कार्य न लिया जाए। राज्य में आन्दोलन के दौरान आंगनबाड़ीकर्मियों पर बने रोड़ जाम के मुकद्दमें निरस्त किए जाएं। सभी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को ईएसआई एवं पीएफ के तहत कवर किया जाए व तुरंत इनके खाते खुलें। इनको मैडिकल अवकाश दिया जाए। इंधन की राशि को बढ़ाया जाए या सिलैंडर स्वंय विभाग भरवाकर दे। तब तक सुखा राशन देने की व्यवस्था जारी रहे। मिनी आंगनबाड़ीकेन्द्र में हैल्पर की भर्ती की जाए। आंगनबाड़ीकर्मियों के लिए गर्मी-सर्दी का अवकाश लागू हो।
आज मुख्य रूप से ये थे धरने में शामिल
इस मौके पर जिला प्रधान रोशनी चौधरी, सुनीता वर्मा, महम ब्लॉक सचिव दर्शना, रोशनी पाकस्मा, रामभतेरी, सीमा, संतोष, कविता, कमला, सुनीता, सुमित्रा, प्रकाश, सतबीर, कमला भी अपनी बात रखी।