Anganwadi workers not overlooked in corona screening survey: Sunita Joshi: कोरोना स्क्रीनिंग सर्वे में आंगनवाड़ी वर्कर की अनदेखी बर्दाशत नहीं : सुनीता जोशी

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पटियाला। आल इंडिया आंगनवाड़ी वर्कर /हैलपर्ज यूनियन पंजाब (एटक) की प्रदेश प्रधान सुनीता जोशी और सरोज छप्पड़ीवाला ने केंद्र और पंजाब सरकार से माँग की है कि कोरोना वायरस जैसी महामारी के चलते आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर से काम लिए जाते समय जहाँ जान माल की सुरक्षा को यकीनी बनाया जाये, वहीं जान जोखिम में डाल कर स्क्रीनिंग सर्वे का काम करने वालों को भी मान भत्ता दिया जाये। उन्होंने कहा कि आशा वर्कर और एनएम वर्कर को सर्वे करने का 1000 रुपए महीना दिया जा रहा है, जबकि आंगनवाड़ी वर्कर और हैलपरों की जान जोखिम में डाल कर सर्वे करवाने के साथ-साथ माँगों की अनदेखी की जा रही है। इस मौके मीत प्रधान सुनीता जोशी ने चेतावनी देते कहा कि अगर हमारी माँगें न मानें गई तो कोरोना वायरस के चलते वह अपने काम का बायकाट करने का ऐलान करती हैं। उन्होंन माँग की कि पंजाब की आंगनवाड़ी वर्कर-हैल्पर को तुरंत मान भत्ता दिया जाये।

इनको कोरोना के दिनों में फील्ड में काम करने के लिए सेफ्टी किटें दीं जाएँ, आंगनवाड़ी वर्कर और हैल्पर को हरियाणा सरकार की तर्ज़ पर दोगुना मान भत्ता देकर आर्थिक मदद दी जाये, फील्ड में काम कर रही  वर्कर और हैलपरों को डाक्टरों, सेहत कामगारों और पुलिस कर्मचारियों की तरह 50 लाख तक बीमे की सुविधा प्रदान की जाये। उन्होंने कहा कि सरकार बढ़े मान भत्तो में अपना हिस्सा डाल कर बकाए समेत तुरंत दे, पंजाब सरकार मैन वर्कर को 600 रुपए और मिनी वर्कर को 500 रुपए और हैलपरों को 300 रुपए का बकाया जल्द जारी करे। महामारी के चलते आज जहाँ आंगनवाड़ी वर्कर और हैलपरों की तरफ से प्रशासन की तरफ से दिए जा रहे काम में जहाँ सहयोग दिया जा रहा है, वहां सरकार का फ़र्ज़ बनता है कि उनकी जान माल की सुरक्षा को यकीनी बनाते हुए सभी माँगों स्वीकृत की जाएँ।

-चंदन स्वप्निल