संजीव कौशिक, रोहतक:
Anganwadi Workers And Helpers Strike : संयुक्त तालमेल कमेटी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका यूनियन हरियाणा ने अनिश्चित कालीन हड़ताल के 7वें दिन मानसरोवर पार्क में इकट्ठा होकर जोरदार प्रदर्शन किया। मानसरोवर पार्क से अम्बेडकर चौक तक जुलूस निकाला। इसमें एआईयूटीयूसी के प्रदेश सचिव हरिप्रकाश ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया। आल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स आरगेनाइजेशन अकऊरड के प्रदेश सचिव उमेश मौर्य ने आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं और सहायिकाओं की इस हड़ताल का पूर्ण समर्थन करते हुए अपनी बात रखी।
मांगों पर नहीं उठाया कोई कदम: पुष्पा (Anganwadi Workers And Helpers Strike)
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका यूनियन की महासचिव पुष्पा दलाल ने बताया कि सरकार ने अभी तक भी मांगों पर कोई कदम नहीं उठाया है। जब तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता – सहायिकाओं की मांगों का समाधान नहीं होगा तब तक यह आंदोलन लगातार जारी रखेंगे और संयुक्त तालमेल कमेटी की ओर से इसे आगे बढ़ाएंगे।
सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए: हरिप्रकाश (Anganwadi Workers And Helpers Strike)
श्रमिक नेता हरिप्रकाश ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं व सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। जब तक कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक न्यूनतम वेतन कार्यकर्ता को 24,000 रू व सहायिका को 16,000 रू दिया जाए। महंगाई भत्ते का बकाया एरियर के साथ तुरंत भुगतान किया जाए। पोषण ट्रैकर से रिपोर्ट विभागीय कार्यालयों से भिजवाई जाये।
कार्यकर्ताओं से न हो जबरदस्ती (Anganwadi Workers And Helpers Strike)
कार्यकतार्ओं से जोर जबरदस्ती यह कार्य ना करवाया जाए। कार्यकर्ता अपनी रिपोर्ट नियमित रूप से सीडीपीओ कार्यालय भिजवाती आ रही हैं। सीडीपीओ कार्यालय इसे आगे भिजवाये। इस बारे माननीय उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना न की जाए। प्रधानमंत्री द्वारा सितंबर 2018 में की गई कार्यकर्ता व सहायिका की 1500 एवं 750 रुपये की बढ़ोतरी को एरियर समेत दिया जाए।
आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं को 5 लाख व सहायिका को 3 लाख रुपये रिटायरमेंट लाभ दिया जाए। रिटायरमेंट पर पेंशन लागू की जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से सुपरवाइजर के रूप में 50 प्रतिशत की पदोन्नति को बिना किसी शर्त के लागू किया जाए। आंगनबाड़ी केंद्रों का बढ़ा किराया ग्रामीण क्षेत्र का 2000 रु, छोटे कस्बे / शहर का 3000 रू व बड़े शहरों का 5000 रुपये लागू किया जाए।
किराया भी दिया जा रहा है कम (Anganwadi Workers And Helpers Strike)
किराया कम देने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका को विभागीय ट्रेनिंग या मीटिंग में बुलाने पर टीए व डीए दिया जाए तथा 18 किलोमीटर की सीमा खत्म की जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका की दुर्घटना होने पर इलाज का पूरा खर्च मिले।
मृत्यु होने पर अन्य विभागों की तर्ज पर 3 लाख रुपये मुआवजा व आश्रित को नौकरी मिले। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका की वर्दी की राशि बढ़े व सालाना कम से कम 2000 रुपये की जाए। नई शिक्षा नीति वापस हो। प्ले वे स्कूल के नाम पर आईसीडीएस का निजीकरण ना किया जाए।
आईसीडीएस में किसी भी एनजीओ या प्राइवेट संस्था को शामिल करने की अनुमति न दी जाए। आईसीडीएस में खाली पड़े सहायिकाओं, कार्यकतार्ओं, सुपरवाईजरों, सीडीपीओ, पीओ आदि के तमाम पदों को भरा जाए ताकि विभाग के काम का संचालन ठीक प्रकार से हो।
ये लोग रहे मौजूद (Anganwadi Workers And Helpers Strike)
इस मौके पर जिला प्रधान रोशनी चौधरी, सचिव सुनीता वर्मा, महम ब्लॉक सचिव दर्शना, रोशनी पाकस्मा, रामभतेरी, सीमा, संतोष, कविता, कमला, सुनीता, सुमित्रा व जयभगवान ने भी अपनी बात रखी।
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