धीरज चाहर, झज्जर:
Anganwadi Workers And Helpers Protest : जिस प्रकार फौजियों को सरहद पर लड़ने के लिए हथियारों की ज़रूरत रहती है उसी प्रकार हमें भी अपना काम करने के लिए सामान की जरूरत रहती है बिना सामान हम अपना काम कैसे करें। अपने हाईकोर्ट से सटे ली हुई है जो भी हाई कोर्ट फैसला सुनाएगा हमें वह मंजूर है 22 जनवरी 2022 को हमारी अगली कोर्ट में सुनवाई है उसमें जो फैसला आएगा वह हमें मंजूर है।
सरकार और विभाग आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर्स पर बिना वजह के अतिरिक्त दबाव बना रही है कि आपको ऑनलाइन ट्रैकर पर ही काम करना होगा अगर आपने काम नहीं किया तो आपकी तनख्वाह काट दी जाएगी और आपको नौकरी तक से निलंबित कर दिया जाएगा। (Anganwadi Workers And Helpers Protest)
2018 में कुशल और अर्ध कुशल को लेकर हुआ था समझौता (Anganwadi Workers And Helpers Protest)
सरकार के साथ 2018 में कुशल और अर्ध कुशल को लेकर हुआ था समझौता लेकिन सरकार के द्वारा हमें एक बार बढ़ोतरी देने के बाद अब तक कोई भी बढ़ोतरी नहीं दी गई है। अधिकतर आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर्स विधवा है जिसके चलते उनका घर किसी तनख्वाह के सहारे चलता है इसलिए हमारी सरकार से मांग है कि हमारी तनख्वाह 7 तारीख तक हमारे खाते में डाल दी जाए।
छोटा गहलावत प्रदेश अध्यक्ष आंगनवाड़ी वर्कर व हेल्पर के मुताबिक सरकार के द्वारा आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर के प्रमोशन के लिए एक लिमिट बांध रखी है कि 50 वर्ष के बाद उनका प्रमोशन नहीं होगा जबकि अन्य सरकारी कर्मचारियों का उनकी नौकरी के 2 दिन बचे होने के चलते भी प्रमोशन मिल जाता है जबकि आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर्स को प्रमोशन नहीं दिया जाता। (Anganwadi Workers And Helpers Protest)