संजीव कौशिक, रोहतक
Anganwadi Workers And Helpers Held A Meeting In Mansarovar Park: कार्यकर्ता एवं सहायिका तालमेल कमेटी के आह्वान पर प्रदेशव्यापी हड़ताल का 93वें दिन भी उत्साह के साथ जारी रही। आज आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं और सहायिकाओं ने मानसरोवर पार्क में सभा की। इसे पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर ने संबोधित किया। उन्होंने अपना समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि सरकार हठ पवर है। सरकार को शर्म आनी चाहिए, जिसने आंगनबाड़ी बहनों को 3 महीने से ऊपर आंदोलन करने पर मजबूर किया है।
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आंगनबाड़ी बहनें पूरी तरह से एकजुट: पुष्पा दलाल (Meeting In Mansarovar Park)
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका यूनियन हरियाणा संबंधित एआईयूटीयूसी की प्रदेश महासचिव पुष्पा दलाल ने कहा कि हम सभी आंगनबाड़ी बहनें एकजुट हैं। हम सरकार की हर कार्यवाही का जवाब देंगे। हर कीमत पर अपनी सारी मांगों को पूरा कराके ही मानेंगी। प्रशासन के हर तरह के दमन से हमारा आंदोलन दबने वाला नहीं है। आखरी दम तक हम लड़ेंगी और जीतेंगी। हरियाणा सरकार के पास हमारी इन मांगों को नकारने का कोई तर्क नहीं है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाएं कोई नई मांग नहीं कर रही है, बल्कि प्रधानमंत्री 2018 की घोषणा को लागू करने की मांग कर रही हैं। इससे इन्कार कर हरियाणा सरकार अपने ही प्रधानमंत्री की अवमानना कर रही है।
कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगें दोहराई (Anganwadi Workers And Helpers Held A Meeting )
आंगनबाड़ी कर्मियों ने आज फिर अपनी मांग दोहराई। उन्होंने मांग की कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए जब तक कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक न्यूनतम वेतन कार्यकर्ता को 24000 व सहायिका को 16000 रू दिया जाए। 2018 में की गई घोषणाओं को लागू करते हुए महंगाई भते की तमाम किस्त मानदेय में जोड़कर दी जाए। महंगाई भते का बकाया एरियर भी तुरंत दिया जाए। विभाग द्वारा बिना फोन व अन्य संसाधन दिए कार्यकर्ता पर आॅनलाइन का काम ना करवाया जाए।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ये हैं मांगें (Demands Of Anganwadi Workers)
प्रधानमंत्री की ओर से सिंतबर 2018 में की कार्यकर्ता की 1500 एवं सहायिका का 750 रुपए की बढ़ौतरी को ऐरियर समेत दिया जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 5 लाख व सहायिका को 3 लाख रुपए रिटायरमेंट लाभ दिया जाए। रिटायरमेंट पेंशन लागू की जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से सुपरवाइजर के रूप में 50 प्रतिशत की पदोन्नति को बिना किसी शर्त के लागू किया जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका को विभागीय ट्रेनिंग या मीटिंग में बुलाने पर टीए व डीए दिया जाए तथा 18 किलोमीटर की सीमा खत्म की जाए। आंगनबाड़ी कर्मी की दुर्घटना होने पर इलाज का पूरा खर्च मिले।
इन मांगों पर भी सरकार दे ध्यान (93rd day of strike)
मृत्यु होने पर अन्य विभागों की तर्ज पर 3 लाख रुपए मुआवजा व आश्रित को नौकरी मिले। आंगनबाड़ी कर्मी की वर्दी की राशि बढ़े व सालाना कम से कम 2000 रुपए की जाए। नई शिक्षा नीति वापस हो। प्ले वे स्कूल के नाम पर आईसीडीएस का निजीकरण ना किया जाए। आईसीडीएस में किसी भी एनजीओ या प्राइवेट संस्था को शामिल करने की अनुमति ना दी जाए। आईसीडीएस में खाली पड़े हैल्परों , वर्करों , सुपरवाईजरों, सीडीपीओ, पीओ आदि के तमाम पदों को भरा जाए। राज्य में आन्दोलन के दौरान आंगनबाड़ी कर्मियों पर बने रोड़ जाम के मुकद्दमें निरस्त किए जाएं। सभी वर्कर्स एवं हैल्पर्स को ईएसआई एवं पीएफ के तहत कवर किया जाए व तुरंत इनके खाते खुलें। वर्कर्स व हैल्पर्स को मैडिकल अवकाश दिया जाए। मिनी आंगनबाड़ी केन्द्र में हैल्पर की भर्ती की जाए।
ये लोग रहे मौजूद (Anganwadi Workers And Helpers Held A Meeting In Mansarovar Park)
इस मौके पर प्रदेश महासचिव पुष्पा दलाल, जिला प्रधान रोशनी चौधरी, सुनीता वर्मा, महम ब्लॉक सचिव दर्शना, रोशनी पाकस्मा, रामभतेरी, सीमा, संतोष, कविता, कमला, सुनीता, सुमित्रा ने भी अपने विचार रखे।