रोहतक:
Anganwadi Workers And Assistants Held A Meeting In Mansarovar Park: आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका तालमेल कमेटी के आह्वान पर प्रदेशव्यापी हड़ताल 106वें दिन भी उत्साह के साथ जारी रही। साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं ने मानसरोवर पार्क में सभा की। सभी को भारी संख्या में कलायत महापंचायत में पहुंचने की अपील की। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका यूनियन संबंधित एआईयूटीयूसी की प्रदेश महासचिव पुष्पा दलाल, जिला प्रधान रोशनी चौधरी व जिला सचिव सुनीता वर्मा ने बात रखी।
सरकार को आंगनवाड़ी की मांगों को मानने के लिए किया मजबूर (Meeting In Mansarovar Park)
उन्होंने कहा कि कल संयुक्त किसान मोर्चा व सभी ट्रेड यूनियन की ओर से कलायत में आंगनवाड़ी आंदोलन के समर्थन में व सभी बहनों को उनका जायज हक दिलवाने के लिए यह महापंचायत हो रही है। ताकि सरकार को आंगनवाड़ी की मांगों को मानने के लिए मजबूर किया जा सके। उन्होंने आगे कहा कि हमारा आंदोलन तीन महीने से ज्यादा दिन हो चुका है। अभी भी आंगनवाड़ी बहनें मैदान में पूरी ताकत से डटी हैं। हमारी आंगनवाड़ी तालमेल कमेटी की सरकार से लगातार बातचीत चल रही है। पिछली बातचीत भी सकारात्मक ढंग से समाप्त हुई थी। जब तक एक सही फैसला हमारे हक में नहीं आता है तब तक हम सभी आंगनवाड़ी बहनें एकजुट होकर मैदान में डटी रहेंगी। हमारा आंदोलन अपने आखिरी पड़ाव में है। आखरी दम तक हम लड़ेंगी और जीतेंगी।
आंगनवाड़ी कर्मी की दुर्घटना होने पर इलाज का पूरा खर्च मिले (Anganwadi Workers And Assistants)
आंगनवाड़ी कर्मियों ने आज फिर अपनी मांग दोहराई। उन्होंने मांग की कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए जब तक कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक न्यूनतम वेतन कार्यकर्ता को 24000 व सहायिका को 16000 रू दिया जाए। 2018 में की गई घोषणाओं को लागू करते हुए महंगाई भते की तमाम किस्त मानदेय में जोड़कर दी जाए। महंगाई भते का बकाया ऐरियर भी तुरंत दिया जाए। विभाग द्वारा बिना फोन व अन्य संसाधन दिए कार्यकर्ता पर ऑनलाइन का काम ना करवाया जाए। प्रधानमंत्री द्वारा सिंतबर 2018 में की गई कार्यकर्ता की 1500 एवं सहायिका का 750 रूपये की बढ़ौतरी को ऐरियर समेत दिया जाए। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को 5 लाख व सहायिका को 3 लाख रूपये रिटायरमेंट लाभ दिया जाए। रिटायरमैंट पैंशन लागू की जाए। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से सुपरवाइजर के रूप में 50 प्रतिशत की पदोन्नति को बिना किसी शर्त के लागू किया जाए। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका को विभागीय ट्रेनिंग या मीटिंग में बुलाने पर टीए व डीए दिया जाए तथा 18 किलोमीटर की सीमा खत्म की जाए। आंगनवाड़ी कर्मी की दुर्घटना होने पर इलाज का पूरा खर्च मिले। मृत्यु होने पर अन्य विभागों की तर्ज पर 3 लाख रूपये मुआवजा व आश्रित को नौकरी मिले। आंगनवाड़ी कर्मी की वर्दी की राशि बढ़े व सालाना कम से कम 2000 रूपये की जाए।
प्ले वे स्कूल के नाम पर आईसीडीएस का निजीकरण ना किया जाए (Anganwadi Workers And Assistants Held A Meeting In Mansarovar Park)
नई शिक्षा नीति वापस हो। प्ले वे स्कूल के नाम पर आईसीडीएस का निजीकरण ना किया जाए। आईसीडीएस में किसी भी एनजीओ या प्राइवेट संस्था को शामिल करने की अनुमति ना दी जाए। आईसीडीएस में खाली पड़े हैल्परों , वर्करों , सुपरवाईजरों , सीडीपीओ , पीओ आदि के तमाम पदों को भरा जाए ताकि विभाग के काम का संचालन ठीक प्रकार से हो। राज्य में आन्दोलन के दौरान आंगनवाड़ी कर्मियों पर बने रोड़ जाम के मुकद्दमें निरस्त किए जाएं। सभी वर्कर्स एवं हैल्पर्स को ईएसआई एवं पीएफ के तहत कवर किया जाए व तुरंत इनके खाते खुलें। वर्कर्स व हैल्पर्स को मैडिकल अवकाश दिया जाए। मिनी आंगनवाड़ी केन्द्र में हैल्पर की भर्ती की जाए। इस मौके पर रोहतक जिला प्रधान रोशनी चौधरी, सुनीता वर्मा, महम ब्लॉक सचिव दर्शना, रोशनी पाकस्मा, रामभतेरी, सीमा, संतोष, कविता, सुनीता, सुमित्रा ने भी अपने विचार रखे।
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