नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए। कुछ जगहों पर यह प्रदर्शन ज्यादा उग्र हुए और हिंसात्मक हो गए। इन हिंसात्मक प्रदर्शनों में जान-काल की हानि हुई। इसके दौरान सरकारी संपत्तियों को भारी नुकसान हुआ है। यूपी के कई इलाकों में इसका भारी असर देखा गया। अलीगढ़ में सरकारी संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचाया गया। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर सख्त कार्रवाई करते हुए कहा कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों से ही इसकी भरपाई करवाई जाएगी। उपद्रवियों से ही जितनी हानि हुई है उसकी वसूली की जाएगी। इसी कड़ी में 15 दिसंबर के बवाल में आरएएफ की ओर से भी मुकदमा दर्ज कराया गया है। कमांडेंट की ओर से 10 हजार अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। शिकायत में बवाल के दौरान आरएएफ के नुकसान का उल्लेख किया है। कमांडेंट की ओर से सरकारी कार्य में बाधा, बल्वा व 144 के उल्लंघन की धाराओं में दर्ज कराए गए मुकदमे में कहा गया है कि डीएम के बुलावे पर उनकी वाहिनी ने दो कंपनी एएमयू सर्किल पर तैनात थी। इसी दौरान उपद्रवी युवकों ने भीड़ ने हंगामा किया और हमला बोल दिया। उनपर ड्यूटी मजिस्ट्रेट की अनुमति से हल्का बल प्रयोग करते हुए आंसू गैस के गोले छोड़े गए और हल्का लाठी बल प्रयोग किया गया। इस घटना में खुद कमांडेंट पुनीत कौलधर के अलावा कई सुरक्षाकर्मी घायल हुए। इस बवाल में एक वरुण वाहन, एक फायर टेंडर वाहन, दो वज्रा वाहन, एक टाटा बस, एक आयशर वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं।