30 जून को आना होगा
Amritsar News (आज समाज)अमृतसर: गोल्डन टेंपल में योग करने वाली सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना को पंजाब सरकार ने नोटिस भेज दिया है। वहीं, मकवाना ने अब एक और वीडियो सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को एफआईआर वापस लेने की सलाह दे दी है। अन्यथा उसकी लीगल टीम अब इसका जवाब देगी। पंजाब पुलिस की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार अर्चना मकवाना को नोटिस भेज दिया गया है। जिसमें अर्चना को 30 जून को अमृतसर के थाना ई-डिवीजन को आकर अपना जवाब दाखिल करना होगा। मकवाना पर थाना ई-डिवीजन में ही एसजीपीसी की शिकायत पर 295-ए के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं, मकवाना अब माफी मांगने के बाद एसजीपीसी के साथ कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए भी तैयार है।
मकवाना ने क्या कहा
सभी को मेरा नमस्कार। 21 जून को जब मैं शीर्षास्न कर रही थी, गोल्डन टेंपल में, वहां हजारों सिख मौजूद थे। जिसने फोटो खींचा वे भी सरदार जी थे। वो तो मेरे से पहले भी फोटो खींच रहे थे। वहां जो सेवादार खड़े थे, उन्होंने भी नहीं रोका। सेवादार भी पक्षपाती ही हैं, वे किसी को रोकते हैं, किसी को नहीं रोकते। इसलिए मैंने भी कहा एक फोटो खींच लेती हूं, मुझे गलत नहीं लग रहा। जब मैं फोटो कर रही थी, तब लाइव जितने भी सिख खड़े थे, उनके आस्था को तो दुख नहीं पहुंचा। तो मुझे नहीं लगा मैंने कुछ गलत किया। लेकिन 7 समंदर पार किसी को लगा कि मैंने गलत किया। नेगेटिव तरीके से मेरा फोटो वायरल कर दिया। उस पर एसजीपीसी आॅफिस ने मेरे पर बेसलैस उफआईआर दर्ज करवा दी। जिसके बाद ये और बुरा होगा, अन्यथा मेरा इरादा बुरा नहीं था। अब सीसीटीवी कैमरे का सारा वीडियो वायरल कर दो। वहां कहीं नियम नहीं लिखे हैं। सिख, जो वहां रोज जाते हैं, उन्हें नियम नहीं पता, तो जो लड़की पहली बार गुजरात से आई है, उसे कैसे पता होगा। वहां किसी ने मुझे रोका नहीं। रोका होता तो डिलीट कर देती फोटो। मेरे खिलाफ ये फालतू की एफआईआर करने की जरूरत क्या थी। इतना सारा मैंटल टॉर्चर मेरे को हुआ, उसका क्या। अभी भी टाइम है, एफआईआर वापस ले लीजिए, अन्यथा मैं और मेरी लीगल टीम फाइट करने के लिए तैयार है।
गोल्डन टेंपल आस्था का केंद्र : ज्ञानी रघबीर सिंह
ज्ञानी रघबीर सिंह ने कौम के नाम संदेश देते हुए कहा कि गोल्डन टेंपल आस्था का केंद्र है। कई बार कई लोग व गैर सिख, जिन्हें मर्यादा का नहीं पता, उनकी तरफ से गोल्डन टेंपल की परिक्रमा में आकर ऐसे कुछ कार्य किए जाते हैं, जिससे आस्था को ठेस पहुंचती है। आप सभी ने सुना है, एक लड़की की तरफ से गोल्डन टेंपल की परिक्रमा में आकर योग दिवस के दिन योगा किया। अपनी तस्वीरों को मीडिया पर वायरल किया गया। प्रधान एसजीपीसी की तरफ से तुरंत एक्शन लेकर कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। उस लड़की के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करवाई गई। पर हमारा सभी का ये कर्तव्य बनता है कि सभी गोल्डन टेंपल के प्रबंधों में सहयोग दें। क्योंकि ये गोल्डन टेंपल सिखों की आस्था का केंद्र है। सिख गोल्डन टेंपल में आकर कीर्तन सुने, वाहेगुरु का सिमरन करें, इतिहास सुना जाए। ना कि, वीडियो बना सोशल मीडिया पर डाली जाएं। कुछ लोग अपने परिवार को दिखाने के लिए तस्वीरें खींचते हैं, कि वे गोल्डन टेंपल गए। लेकिन कुछ लोग इसका गलत फायदा उठा रहे हैं। सभी को चाहिए कि वे कम से कम मोबाइल का प्रयोग गोल्डन टेंपल की परिक्रमा में करें।