नई दिल्ली। विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता अमित पंघाल (52 किग्रा) को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के मुक्केबाजी कार्यबल ने अगले महीने होने वाले ओलंपिक क्वालीफायर से पहले नंबर एक रैंकिंग दी है। अब पंघाल एक दशक से भी अधिक समय में इस श्रेणी में शीर्ष वैश्विक रैंकिंग हासिल करने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज बन गए हैं। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह 2009 में शीर्ष रैंकिंग हासिल करने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज बने थे, जब उन्होंने विश्व चैंपियनशिप के 75 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक के साथ भारत का खाता खोला था।
मुक्केबाजी कार्यबल द्वारा जारी सूची के अनुसार, 24 साल के पंघाल 420 अंक के साथ शीर्ष पर हैं। यही कार्यबल फिलहाल ओलंपिक खेलों के लिए मुक्केबाजी का संचालन कर रहा है। एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर अगले महीने जोर्डन के अम्मान में होने हैं। पंघाल ने कहा, यह शानदार अहसास है और बेशक यह मेरे लिए काफी मायने रखता है क्योंकि इससे मुझे क्वालीफायर में वरीयता हासिल करने में मदद मिलेगी। दुनिया का नंबर एक खिलाड़ी होने से आपका आत्मविश्वास भी बढ़ता है। आईओसी कार्यबल इस साल ओलंपिक क्वालीफायर और फिर टोकियो में मुख्य स्पर्धा का संचालन करेगा क्योंकि कथित वित्तीय और प्रशासनिक कुप्रबंधन के कारण अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) फिलहाल निलंबित है।
पंघाल 2017 से बेहतरीन फार्म में चल रहे हैं। उन्होंने 2018 में राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीते। पिछले साल वह एशियाई प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने के बाद विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने। महिला रैंकिंग में छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मेरीकोम 51 किग्रा वर्ग में पांचवें स्थान पर हैं। पिछले साल कांस्य पदक सहित विश्व चैंपियनशिप में आठ पदक जीतने वाली मेरीकोम के 225 अंक हैं। उनकी प्रतिद्वंद्वी निकहत जरीन 75 अंक के साथ 22वें स्थान पर हैं। लवलीना बोरगोहेन 69 किग्रा वर्ग में तीसरे स्थान के साथ शीर्ष भारतीय मुक्केबाज हैं। अन्य भारतीयों में एशियाई चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता कविंदर सिंह बिष्ट (57 किग्रा) सातवें जबकि गौरव बिधुड़ी 32वें स्थान पर हैं।