Amidst changing moods in Maharashtra, Governor recommends President’s rule: महाराष्ट्र में बदलती फिजाओं के बीच, राज्यपाल ने की राष्ट्रपति शासन की सिफारिश

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नई दिल्ली। महाराष्ट्र में लगातार सियासी क्रम बदल रहा है। महाराष्टÑ में बहुमत का जादुई आंकड़ा किसी पार्टी के पास नहीं है। भाजपा-शिवसेना गठबंधन को बहुमत मिला था लेकिन वह मुख्यमंत्री की कुर्सी की भेंट चढ़ गया। भाजपा के पीछे हटने के बाद शिवसेना अपना पूरा जोर लगा रही है कि वह सरकार बनाने के लिए जरूरी आंकड़े जुटा सके। लेकिन इस बीच राज्यपाल ने समय सीमा समाप्त होने के बाद एनसीपी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित कर लिया। हालांकि अब तक कोई भी पार्टी यह सरकार बनाने के लिए जरूरी समर्थन इक्टठा नहीं कर पाई है। दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र तक लगातार बैठकों का दौर कल से ही जारी है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शरद पवार से बात की है और वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को महाराष्ट्र में सरकार गठन पर आगे की बातचीत के वास्ते राकांपा प्रमुख से मुलाकात के लिए अधिकृत किया है। इससे पहले शिवसेना ने सोमवार को दावा किया कि महाराष्ट्र में भाजपा के बिना उसकी सरकार का समर्थन करने के लिए राकांपा और कांग्रेस ‘सैद्धांतिक समर्थन देने पर सहमत हो गयी हैं लेकिन वह राज्यपाल द्वारा तय समयसीमा के पहले इन दलों से समर्थन पत्र नहीं ले सकी। उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील जाने के पहले अपनी कैबिनेट की बैठक की। पीएम मोदी ने ब्राजील जाने के पहले कैबिनेट की बैठक की। इस बैठक में महाराष्ट्र में मंगलवार को राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने का निर्णय किया। न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। कैबिनेट की बैठक ऐसे समय पर बुलाई गई थी, जब महाराष्ट्र में पिछले महीने विधानसभा के लिये हुए चुनाव के बाद अब तक कोई भी पार्टी सरकार नहीं बना पाई है और इसके कारण प्रदेश में राजनीतिक संकट की स्थिति बन रही है। बता दें कि पीएम मोदी ब्राजील में होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होने के लिए ब्राजील रवाना हो गए। डीडी न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने की राष्ट्रपति शासन की सिफारिश महाराष्ट्र के लिए कर दी है। गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि एनसीपी और कांग्रेस ने चुनाव पूर्व गठबंधन किया था और अंतिम निर्णय एक सामूहिक निर्णय होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और शरद पवार के बीच बातचीत हुई है।