(Ambala News) अम्बाला । एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विश्व हिन्दू तख्त के अंतर्र्राष्ट्रीय प्रमुख वीरेश शांडिल्य आज लुधियाना में संदीप थापर का हालचाल पूछने पहुंचे जिन पर गत दिनों कट्टरपंथी निहंगों ने तलवारों से हमला कर मौत के घाट उतारने की साजिश रची। और विश्व हिन्दू तख्त की तरफ से वीरेश शांडिल्य ने 21 हजार की आर्थिक मदद संदीप थापर को दी। वहीं शांडिल्य ने थापर व उनके बेटे ईशान को भगवा पटका देकर सम्मानित किया । एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि पंजाब में उसी दिन आतंकवाद की शुरूआत हो गई थी जब फरीदकोट से प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारे बेअंत सिंह के बेटे सर्बजीत खालसा और खंडूर साहिब से खालिस्तानी व आईएसआई के एजेंट अमृतपाल सिंह सांसद चुने गए थे।
शांडिल्य ने कहा कि क्या अब निहंगों की तलवारे दसवें गुरू को बदनाम करते हुए हिन्दू समाज के खून से लाल की जाएंगी उन्होंने कहा कि निहंगों के बाणे में हथियार, बंदूके, तलवारें उठाकर चलने वाले निहंग अपनी समस्त कौम को भी बदनाम कर रहे हैं जिस तरह इंदिरा गांधी की हत्या कर पूरी सिख कौम को बेअंत सिंह ने बदनाम किया था। देश की प्रधानमंत्री सुरक्षा कर्मी धोखे से खाकी वर्दी में सरकारी हथियार से प्रधानमंत्री की हत्या कर दे इससे बड़ा धोखा न प्रधानमंत्री से हो सकता है, न देश से हो सकता है, न संविधान से हो सकता है। बेअंत सिंह में दम था नौकरी छोड़कर इंदिरा गांधी को मौत के घाट उतारने का ऐलान करता। उन्होंने कहा कि उनका संगठन ब्लू स्टार का हिमायती नहीं है लेकिन वह फैसला देश के प्रधानमंत्री ने लिया था उसके लिए कानूनी लड़ाई लड़ी जा सकती थी यह कहां लिखा है कि सर्बजीत सिंह खालसा बताए कि जिसकी सुरक्षा में तुम तैनात हो उसी को मौत के घाट उतार दो और अब वैसे ही निहंगों के बाणे में निर्दोषों को काटा जा रहा है जिससे सच्चे व दशवें गुरू की असली कौम जो तलवार अन्याय केलिए उठाती है उनको भी बदनाम किया जा रहा है। एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया व विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने कहा कि यह पहला मौका नहीं जब निहंगों ने मौत के तांडव किए इससे पहले पटियाला में खाकी पर हमला करते हुए सब इंस्पेक्टर हरजीत सिंह का निहंग ने हाथ काट दिया। गुरूद्वारे की आड़ में पुलिस पर हमला बोला यही नहीं कुंडली बॉर्डर पर एक व्यक्ति को टांगे बाहें काटकर मौत के घाट उतार निहंगों ने लटका दिया। पंजाब का हिन्दू असुरक्षित है, दहशत में है और फिर पंजाब में आतंकवाद सिर उठा चुका है अब देश के गृह मंत्री को पंजाब में 370 जैसा फैसला लेना होगा और केंद्र व राज्य सरकारो को सुरक्षित करना होगा कि खुले आम तलवारे व बंदूके लेकर घूमने वाले निहंग अब देश के हिन्दूओं के लिए खतरा बन गए हैं। शांडिल्य ने कहा कि यह निहंग नहीं खालिस्तानी हैं, कट्टरपंथी हैं और हिन्दू सिखों को लड़वाकर पंजाब में फिर आतंकवाद लाकर पंजाब की सड़कों को निर्दोषों के खून से लाल करना चाहते हैं लेकिन किसी कीमत पर भी उनका संगठन खालिस्तान को सिर उठाने नहीं देगा और वीरेश शांडिल्य ने गृह मंत्री अमित शाह व पंजाब के मुख्यमंत्री से मांग की है कि पंजाब के कट्टरपंथी निहंगों को जो खालिस्तानी सोच रखते हैं उनके हथियार जब्त करें व तलवारे लेकर चलने पर रोक लगाएं उन्होंने कहा कि हिन्दूओ की सुरक्षा को लेकर पंजाब सरकार गंभीर नहीं है।
जिस पंजाब के मुख्यमंत्री की एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया ने सराहना की थी खून की एक बूंद नहीं गिरने दी और अमृतपाल को जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया लेकिन अब वही मुख्यमंत्री व उनकी पुलिस पंजाब के हिन्दू नेताओं की सुरक्षा को हवा में ले रही है इन हिन्दू नेताओं के कारण ही पंजाब में सनातन जीवित है और इन्हीं हिन्दू नेताओ के कारण हिन्दू सिख भाईचारा मजबूत है। एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि वह 4 जुलाई दिन वीरवार को पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को मिले थे कि फरीदकोट व खंडूर साहिब में स्थाई तौर पर सेना तैनात की जाए व पंजाब के हर जिला में पैरामिल्ट्री फोर्स तैनात की जाए और उनकी इस मांग के बाद खालिस्तानी निहंगों ने खुले आम सड़क पर हिन्दू नेता संदीप थापर को तलवारों से काट दिया वह तो उसकी किस्मत अच्छी है कि वह जिंदा है और हद की बात यह है कि सुरक्षा कर्मी ने भी हथियार चलाने की जरूरत नहीं समझी और संदीप थापर का हाल भी सुधीर सूरी जैसा करने की कोशिश की गई। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि वह पंजाब के मुख्यमंत्री व पंजाब केडीजीपी को पंजाब में पुन: आतंकवाद फैलाने की साजिशें चल रही हैं ऐसे में पुलिस को केपीएस गिल की तरह फ्री हैंड देना होगा। ऐसा नहीं पंजाब पुलिस कमजोर है लेकिन ऐसा लगता है कि हिन्दूओं को डराने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस पंजाब में दो खालिस्तानी सांसद बन गए वहां आतंकवाद आने से और खालिस्तानी मुहिम को चलने से कौन रोक सकता है जो रोकेगा उसका हश्र संदीप थापर, सुधीर सूरी, बग्गा जगदीश जग्नेजा जैसा होगा। लेकिन एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया खामोश नहीं बैठेगी जरूरत पड़ी तो हाईकोर्ट में भी जनहित याचिका दायार की जाएगी और केंद्र व राज्य सरकारों से मांग की जाएगी कि निहंगों को जिला प्रशासन अपनी तरफ से पहचान पत्र जारी करें उनके जीवन की जानकारी लें ताकि फिर कोई निहंग संदीप थापर जैसे हिन्दू नेता पर हमला न कर पाए। वहीं वीरेश शांडिल्य ने संदीप थापर व तमाम हिन्दू नेताओ की सुरक्षा में स्पेशल कमांडो लगाने की मांग की है । इस मौक़े पर शांडिल्य के साथ अनिल शर्मा, अशोक कांडा, ईशान शर्मा, प्रिंस भल्ला, मुकुल गोयल, एडवोकेट वासु रंजन, हरबंस सिंह समेत कई लोग मौजूद रहे ।