Ambala News : जीवन जीने की कला शिक्षकों के द्वारा हमें सीखने को मिलती है

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Ambala News : जीवन जीने की कला शिक्षकों के द्वारा हमें सीखने को मिलती है
Ambala News : जीवन जीने की कला शिक्षकों के द्वारा हमें सीखने को मिलती है

Ambala News | अंबाला। ब्रह्माकुमारी राजयोग केंद्र 36-37, दयाल बाग शांति धाम में आगामी शिक्षक दिवस के अवसर पर बहुत ही सुंदर कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका विषय शिक्षकों में स्थिरता का निर्माण कर, आगे बढ़ने की क्षमता में वृद्धि कर सशक्त बनाना रहा। मुख्य वक्ता राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी शैली बहन ने मनुष्य जीवन के शिल्पकार सभी महान शिक्षकों को शत-शत नमन किया।

उन्होंने कहा शिक्षकों की महिमा अपार है जन्म देने वाले मात पिता मनुष्य को जीवन जरूर देते हैं, लेकिन उसे जीवन में कैसे जीना है, उसे जीवन में कैसे कला के, कौशल के रंग भरने हैं, उसे जीवन को कैसे सबके,समाज के,विश्व के काम लगाना है, यह हमारे शिक्षक सीखाते हैं। जीवन मिलने के बाद जीवन जीने की कला शिक्षकों के द्वारा हमें सीखने को मिलती हैं। वर्तमान समय विभिन्न परिस्थितियों, चैलेंज, सरकार के द्वारा शिक्षा नीति व विद्यार्थियों के द्वारा शिक्षकों का निरादर अनेक अनेक समस्याएं शिक्षक के जीवन में आती जा रही है।

आज का हमारा मानव मन कुछ समस्याओं को तो झेल जाता है । हमें लगता है कि हमें कोई फर्क नहीं पड़ता । लेकिन कब कौन सा समस्या का प्रहार अंतिम होगा यह हम नहीं बता सकते। समय प्रति समय, प्रति समस्या, प्रति परिस्थिति… हमारा मनोबल कमजोर होता जा रहा है। आंतरिक शक्ति कम हो रही है। ऐसे में आवश्यकता है समस्या का समाधान ढूंढने की। क्या हम सरकार की शिक्षा नीति को बदल सकते है ?

हर आए दिन आने वाले चैलेंज को चेंज कर सकते है? नहीं। लेकिन हां अपने अंदर की आंतरिक शक्ति को हम मजबूत कर सकते हैं। जिनको हम कहेंगे । आंतरिक शक्ति को बढ़ाते हुए हमें जीवन में आने वाली विभिन्न समस्याओं से खुद को सुरक्षित करना है। और उसके लिए हमें जीवन में, समाज के प्रति, विश्व के प्रति एक लांग टर्म गोल लेकर चलना होगा। आंतरिक शक्ति को बढ़ाने का कार्य आध्यात्मिकता की शक्ति से होगा।

अगर हम खुद एंपावर होंगे तो हम सस्टेनेबिलिटी की बात कर सकते है। हमें यह देखना है कि हम कहीं बार लॉन्ग टर्म गोल को कंसीडर ना करते हुए सिर्फ़ वर्तमान पर फोकस करते है की अभी की तो मेरी लाइफ अच्छी है कल का कल देखा जायेगा। आज हमें लॉन्ग टर्म गोल को लेते हुए परमात्मा से स्वयम में पॉवर भरकर सशक्त बनना है।

इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि डॉक्टर नवीन गुलाटी जी ने कहा आज जिस दंग से ब्रह्माकुमारी संस्था में टीचर दिवस को मनाया जा रहा है एवम् इनकी ये सोच जो शिक्षिकों को उनकी रोजमर्रा में आने वाली समस्याओं से छुटकारा दिलाने का दंग बताती है वो बहुत ही सराहनीय है। राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी प्रीति बहन ने ब्रह्मा कुमारी की एजुकेशन विंग के बारे में बताते हुए कहा की इस विंग में शिक्षकों को सक्षम करने का कार्य किया जाता है। ब्रह्माकुमार सुनील भाई ने बहुत सुंदर गीत गाकर सभी शिक्षकों के प्रति अपना आभार प्रकट किया। कुमारी आर्या ने डांस की प्रस्तुति दी।

कुमारी शिवसी ओर जस्मिता ने बहुत सुंदर विभिन्न एक्टिविटी से सबका मनोरंजन किया। सभी ब्रह्माकुमारी टीचर बहनों का मंच पर स्वागत किया गया। ब्रह्माकुमार राकेश ने कुशल मंच संचालन कर सबका दिल जीता। आश्रम संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी आशा दीदी ने सबको आशीर्वचन दिए वह सभी शिक्षिको को भोग वा सर्टिफिकेट वितरित किया। कार्यक्रम में शहर के जानें माने शिक्षक गण मौजूद रहे।

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