Ambala news : संत मोहन सिंह खालसा लबाना गर्ल्स कालेज में विभिन्न प्रतियोगिता आयोजित

0
3
Ambala breaking news

Ambala news: अंबाला। संत मोहन सिंह खालसा लबाना गर्ल्स कॉलेज बराडा में कॉलेज प्राचार्या डॉ इंदु विज के दिशा निर्देश से महात्मा गाँधी जी के 155वीं जयंती के उलक्ष्य में एक्सटेंशन लेक्चरर और विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इसका आयोजन गांधियन स्टडी सेंटर की ओर और एन एस एस सैल की ओर से डॉ पूजा बैरागी, मैडम रितु गुप्ता और मैडम ज्योति पूनिया की देख रेख में किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. चिमन लाल एसोसिएट प्रोफेसर राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष एसडी कॉलेज, अंबाला कैंट ने शिरकत की।इस कार्यक्रम में भजन प्रतियोगिता और कविता उच्चरण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।कॉलेज प्राचार्या डॉ इंदु विज ने महात्मा गाँधी के बारे में बताते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एक लोकप्रिय प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं। वे एक वकील, राजनीतिज्ञ, सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक थे जिन्होंने अपना पूरा जीवन भारत के स्वतंत्रता संग्राम के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करने के लिए असंख्य पुस्तकें, भाषण और लेख लिखे।गांधी का मुख्य संदेश था कि गांधी जी सत्य को सभी सद्गुणों का आधार मानते थे। उनका मानना था कि सत्य बोलना चाहिए, जीवन के सभी पहलुओं में सत्य की तलाश करनी चाहिए और ईमानदारी और निष्ठा से जीवन जीना चाहिए।

उनका मानना था कि हिंसा का जवाब हिंसा से नहीं, बल्कि अहिंसा और प्रेम से देना चाहिए। उनका लक्ष्य आत्म-निर्भरता और नैतिक सुधार के माध्यम से स्वराज प्राप्त करना था। इसी के साथ मुख्य अतिथि डॉ चिमन लाल ने भी अपने सम्बोधन में कॉलेज छात्राओं कों प्रेरित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी ने संविधान सभा की स्थापना में अहम भूमिका निभाई थी और संविधान निमार्ताओं पर उनका गहरा असर था. हालांकि, संविधान में उनके विचारों को कुछ हद तक नजरअंदाज किया गया है. गांधी जी के विचारों और भारतीय संविधान से जुड़ी बातें गांधी जी का मानना था कि लोकतंत्र को अहिंसा के जरिए ही बचाया जा सकता है.

उनका मानना था कि लोकतंत्र में सबसे कमजोर व्यक्ति को सबसे ज्यादा मजबूती मिलनी चाहिए. गांधी जी ने ग्राम आधारित राजनीति पर जोर दिया था. उनका मानना था कि गांवों में एक अच्छी तरह से संतुलित समाज विकसित हो सकता है. गांधी जी ने ट्रस्टीशिप मॉडल का समर्थन किया था. उनका मानना था कि व्यवसाय, समाज के धन के ट्रस्टी के तौर पर काम करें. गांधी जी को कुटीर उद्योग और लघु उद्योगों से बहुत लगाव था. उनका मानना था कि इनसे ग्रामीण इलाकों में रोजगार और अतिरिक्त आय मिलेगी. गांधी जी ने चंपारण आंदोलन से लेकर भारत छोड़ो आंदोलन तक कई आंदोलनों का नेतृत्व किया था. गांधी जी का जन्म एक सामान्य परिवार में हुआ था.

उन्होंने अपने असाधारण कार्यों और अहिंसावादी विचारों से पूरी दुनिया की सोच बदल दी। कार्यक्रम के समापन पर भजन प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल की भूमिका निभाते हुए डॉ शशि खुराना डॉ सुषमा और श्रीमती सीमा सैनी ने प्रथम ज्योति, द्वितीय पल्लवी और तृतीय स्थान पर उमंग, कोमल कों चुना। कविता उच्चारण प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल की भूमिका निभाते हुए डॉ दलजीत कौर डीआर ऋतु चांदना और पूजा बैरागी ने प्रथम स्थान पर दीक्षा,द्वितीय स्थान पर कोमल और तृतीय स्थान पर स्नेहल कों चुना। इसी के साथ आज के मुख्य अतिथि डॉ चिमनलाल को कॉलेज की तरफ से कॉलेज प्राचार्य डॉ इंदु विज द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर का सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कॉलेज का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।