Ambala News : संत मोहन सिंह खालसा लबाना गर्ल्स कालेज में दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित

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Ambala News : संत मोहन सिंह खालसा लबाना गर्ल्स कालेज में दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित
मुख्य वक्ता के साथ स्टूडेंट।

Ambala News | अंबाला। संत मोहन सिंह खालसा लबाना गर्ल्स कॉलेज बराडा में कॉलेज प्राचार्या डॉ इंदु विज के दिशा निर्देश दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

जिसका आज विधिवत रूप से समापन किया गया।इसका आयोजन वाणिज्य विभाग और कैरियर परामर्श सेल के द्वारा हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद द्वारा लघु अवधि पाठ्यक्रम के तहत जीएसटी फाइलिंग और रिटर्न विषय पर कोर्डिनेटर डॉ रितु चांदना और कंविनर डॉ बिन्नी पाहवा की देख रेख में किया गया।

करदाता को व्यवसाय के राजस्व से संबंधित सभी लेन-देन घोषित करने की जिम्मेदारी होती है – डॉ इंदु विज 

इस अवसर पर कॉलेज प्राचार्या डॉ इंदु विज ने छात्राओं कों जीएसटी फाइलिंग और रिटर्न विषय के बारे में बताते हुए कहा कि जीएसटी रिटर्न एक ऐसा दस्तावेज है जिसमें एक निश्चित अवधि के लिए सभी जीएसटी चालान , भुगतान और रसीदें दर्ज होती हैं। करदाता को व्यवसाय के राजस्व से संबंधित सभी लेन-देन घोषित करने की जिम्मेदारी होती है।

इसके आधार पर अधिकारी कंपनी को चुकाए जाने वाले कर की राशि की गणना करेंगे। जीएसटी रिटर्न दाखिल करते समय पंजीकृत डीलर को संबंधित अवधि के लिए निम्नलिखित विवरण की आवश्यकता होती है। कुल बिक्री, कुल खरीदारी, आउटपुट जीएसटी (ग्राहकों द्वारा भुगतान किया गया जीएसटी),इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी), खरीद के लिए व्यवसाय द्वारा भुगतान किया गया जीएसटी।

एक बार रिटर्न दाखिल करने के बाद, पंजीकृत डीलर जीएसटी रिटर्न दाखिल करने की स्थिति आॅनलाइन जांच सकता है और तदनुसार आवश्यकताओं का अनुपालन कर सकता है। इसी के साथ डॉ बिन्नी पाहवा ने भी बताया कि जीएसटी अधिनियम के तहत, कोई भी व्यक्ति या संस्था जो सामान या सेवाएं प्रदान करती है और जिसका वार्षिक कारोबार सीमा से अधिक है, उसे जीएसटी रिटर्न दाखिल करना होगा।

इसमें व्यवसाय, व्यापारी, निमार्ता, सेवा प्रदाता और ई-कॉमर्स आॅपरेटर शामिल हैं। जीएसटी कंपोजिशन स्कीम के तहत पंजीकृत संस्थाओं को भी रिटर्न दाखिल करना होगा। भले ही कर अवधि के दौरान कोई लेन-देन न हुआ हो, पंजीकृत संस्थाओं को शून्य रिटर्न दाखिल करना होगा।

अनुपालन न करने पर जुमार्ना लगाया जा सकता है।जीएसटी रिटर्न को जीएसटी पोर्टल के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक रूप से नियत तिथि तक दाखिल किया जाना चाहिए। समय पर दाखिल करने से अनुपालन और सुचारू व्यावसायिक संचालन सुनिश्चित होता है। इस कार्यशाला से कॉलेज छात्राएं लाभान्वित हुई।

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