
- धार्मिक मुकाबलों के साथ करवाई जाएगी अन्य प्रतियोगिताएं
- श्री गुरु हरगोबिंद साहिब सेवा सोसायटी के सहयोग से हरियाणा कमेटी करवा रही यह शहीदी सभा
(Ambala News) अंबाला। हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी के प्रधान जत्थेदार भूपिंदर सिंह असंध और धर्म प्रचार चेयरमैन जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल के दिशा-निर्देश पर धन-धन श्री गुरु तेग बहादुर साहिब, माता गुजर कौर व चार साहिबजादों एवं समूह शहीदों की शहादत को समर्पित शहीदी सभा 24 और 25 दिसंबर को करवाई जाएगी।
हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी द्वारा श्री गुरु हरगोबिंद साहिब सेवा सोसायटी अंबाला शहर के सहयोग से करवाई जा रही इस शहीदी सभा के अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताएं भी होगी। यह जानकारी हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी की कार्यकारिणी समिति मैंबर तरविंदरपाल सिंह ने दी।
24 दिसंबर को तीरांदाजी एवं निशानेबाजी प्रतियोगिता होगी
उन्होंने बताया कि यह शहीदी सभा ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री मंजी (बाउली साहिब) अंबाला शहर में होगी, जिसमें 24 दिसंबर को तीरांदाजी एवं निशानेबाजी प्रतियोगिता होगी, जिसके लिए बेसिक जानकारी होनी जरुरी है। इसके साथ ही दुमाला सजाने का मुकाबला और सिख इतिहास कलरिंग एवं पेटिंग प्रतिस्पर्धा का भी आयोजन किया जाएगा। इतना ही नहीं, शहीदी इतिहास पर कविता, खो-खो व रस्सी कूद, ट्राई साइकिल रेस, धीमी गति साइकिल रेस तथा रस्सी खींचना प्रतियोगिता भी होगी।
रस्सी कूद में 14 साल तक की लड़कियां ही भाग ले पाएगी
उन्होंने बताया कि टाई साइकिल रेस में सात साल तक के बच्चें, धीमी गति साइकिल रेस में 10 से 13 साल के बच्चें और रस्सी खींचने की प्रतियोगिता में 16 साल तक के बच्चें आठ सदस्यीय टीम के रूप में भाग ले सकेंगे, जबकि रस्सी कूद में 14 साल तक की लड़कियां ही भाग ले पाएगी। इसके अलावा 25 दिसंबर को बाणी, श्लोक मल्ला नौवां एवं शबद (नौवी पातशाही)पर गुरबाणी कंठ मुकाबले होंगे।
इस प्रतियोगिता में पांच से आठ साल तक के बच्चे पहले 10 श्लोक तथा एक शबद, 9 से 15 साल तक के बच्चें पहले 25 श्लोक एवं दो शबद, 16 से 25 साल तक के विद्यार्थी 57 श्लोक, चार शबद एवं तव प्रसाद सवेयो तक की प्रतियोगिता होगी। इसके अलावा गतका प्रदर्शन, सिखी स्वरूप मेरा असली रूप तथा प्रश्रोत्तरी भी करवाई जाएगी। यही नहीं, अवार्ड बैस्ट अभिभावक प्रतियोगिता भी होगी। कार्यकारिणी सदस्य तरविंदरपाल सिंह ने बताया कि इन प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए 20 दिसंबर तक पंजीकरण करवाना जरुरी है।
उनके मुताबिक विजेता प्रतिभागियों को पारितोषिक भी दिया जाएगा। इन प्रतियोगिताओं में प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करने के लिए हरियाणा कमेटी के वरिष्ठ उपप्रधान सुदर्शन सिंह सहगल, मैंबर हरपाल सिंह कंबोज, इंदरजीत सिंह वासूदेवा, रजिंदर सिंह, कैप्टन दिलबाग सिंह, मनजीत सिंह, भूपिंदर सिंह व इंदरपाल सिंह भी शिरकत करेंगें।
भावी पीढी को गुरमत व गुरु इतिहास से जोडऩे के लिए धार्मिक मुकाबलें भी करवा कमेटी
टीपी सिंह ने बताया कि हरियाणा कमेटी जहां गुरुद्वारा साहिबान का प्रंबध बाखूबी संभाल रही हैं, वहीं भावी पीढी को गुरमत व गुरु इतिहास से जोडऩे के लिए धार्मिक मुकाबलें भी करवा रही है। इसी श्रंृखला उपोकत मुकाबले करवाए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इन मुकाबलों में विभिन्न स्कूलों के स्टाफ एवं अभिभावकों का पूर्ण सहयोग मिल रहा है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि ऐसे मुकाबलों में भाग लेने के लिए अपने-अपने बच्चों को प्रेरित करें, ताकि बच्चे गुरमत एवं गुरु इतिहास से जुड़ सकें। उन्होंने कहा कि इन मुकाबलों को करवाने का उद्देश्य केवल बच्चों व युवा वर्ग को गुरमत ज्ञान देना है। यह सब धर्म प्रचार लहर के तहत किया जा रहा है।
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