आज समाज डिजिटल, अंबाला :
अंबाला। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी महानिदेशक आयुष हरियाणा,डॉ साकेंत कुमार आइएएस के मार्ग दर्शन में 23 अक्टूबर धनतेरस के त्यौहार को महानिदेशक हरियाणा, डॉ. साकेंत कुमार आइएएस के मार्ग दर्शन में सातवा आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस वर्ष के कार्यक्रम का मूल विषय हर दिन घर घर आयुर्वेद है। डॉ. शशि कान्त शर्मा जिला आयुर्वेदिक अधिकारी अंबाला ने बताया कि आयुर्वेद दिवस के कार्यक्रम की श्रृंखला में सभी आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी द्वारा अपने-अपने औषधालय के आसपास के स्कूल, आंगनबाड़ी, उप-स्वास्थ्य केंद्र में सप्ताह में 2-2 चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जाएगा
आयुर्वेद के साथ-साथ जीवन में योग को अपनाया जाना अति आवश्यक
इन शिविरों में आने वाले लोगों का प्रकृति परीक्षण कर उनके शरीर की मूल प्रकृति से अवगत करवाया जाएगा। उसके अनुसार दिनचर्या ऋतुचर्या के बारे में बताया जाएगा। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद विश्व की सबसे प्राचीनतम् चिकित्सा पद्धति है। जिसे अपना कर हर व्यक्ति निरोगी रहते हुए शतायु प्राप्त कर सकता है। इसलिए इसे आयु का वेद भी कहा जाता है। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद के साथ-साथ जीवन में योग को अपनाया जाना अति आवश्यक है।
योग आसन तन के साथ-साथ मन को भी स्वस्थ्य रखता है
जहां आयुर्वेद तन को स्वस्थ्य रखता है। वही योग आसन तन के साथ-साथ मन को भी स्वस्थ्य रखता है। गांव जफरपुर में एक आयुष कैप का आयोजन किया गया। जिसमें डॉ. सतपाल एएमओ, डॉ. राज कुमार एचएमओ, जसवीर सिंह योग सहायक व अन्य स्टॉफ के सदस्यों ने भाग लिया तथा लोगों को आयुर्वेद के अनुरूप आहार विहार एंव जीवनशैली को अपनाने का आह्वान किया। टीम द्वारा इस कैंप में मरीजों का निशुल्क व मुफ्त औषधियां बांटी गई।
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