Ambala News : भाजपा सरकार की मंशा नहीं शंभू बॉर्डर खोलने की : निर्मल सिंह

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Ambala News : भाजपा सरकार की मंशा नहीं शंभू बॉर्डर खोलने की : निर्मल सिंह
Ambala News : भाजपा सरकार की मंशा नहीं शंभू बॉर्डर खोलने की : निर्मल सिंह
  • शिक्षा मंत्री का बच्चों की शिक्षा आम आदमी की हैसियत से बाहर कहना भाजपा की छोटी सोच:-निर्मल सिंह

Ambala News | अम्बाला शहर | हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री निर्मल सिंह ने आज ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ अभियान के छठे दिन सुबह अम्बाला शहर की बड़ी सब्जी मंडी में शॉप टू शॉप व शाम को अम्बाला शहर के मॉडल टाउन,करतार नगर,फ़्रेंड कॉलोनी,विराट नगर,कांशी नगर में घर घर जाकर पैम्फलेट देकर इस अभियान की शुरुआत की।इस अवसर पर इलाका निवासियों की और से निर्मल सिंह का फूल-मालाओ के साथ स्वागत भी किया गया।

निर्मल सिंह ने शंभू बॉर्डर न खुलने को लेकर भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। निर्मल सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार की मंशा पहले दिन से ही बॉर्डर खुलवाने को लेकर ठीक नहीं थी।भाजपा सरकार न तो किसानों की व्यथा सुनने को तैयार है और न ही व्यापारी वर्ग की। अगर किसान अपनी माँगो को लेकर दिल्ली जाना चाहता है तो सरकार को क्या एतराज है। शंभू बॉर्डर बंद होने से अम्बाला का व्यापारी व कर्मचारी हर वर्ग दुखी है।

भाजपा सरकार की अगर मंशा सही होती तो हाईकोर्ट ने शंभू बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे तो भाजपा सरकार को बॉर्डर खोल देना चाहिए था। अगर बॉर्डर खुल जाता है तो अम्बाला की कपड़ा मार्किट,मनियारी मार्किट,मिक्सी उद्योग इनसे जुड़े हुए कर्मचारी व रेहड़ी रिक्शा वालो को भी रोजगार मिलता। निर्मल सिंह ने हरियाणा की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा के बयान पर भाजपा सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा हरियाणा की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा कहती हैं कि बच्चों की अच्छी शिक्षा आम आदमी की ‘औकात’ से बाहर की बात है।

ये बीजेपी की सोच है। इससे गरीबों के बच्चों को शिक्षा के प्रति बीजेपी का चेहरा बेनकाब हो गया है। बीजेपी की सरकार नहीं चाहती कि गरीब का बच्चा पढ़ाई करे। लेकिन कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने पर हरियाणा विकास,निवेश व शिक्षा में नंबर 1 होगा और हर बच्चे को शानदार शिक्षा मिलेगी।

उन्होंने कहा कि शिक्षा बीजेपी सरकार की प्राथमिकता में ही नहीं है। बीजेपी सरकार देश के युवाओं के भविष्य को धूमिल करने में लगी। माता पिता बच्चे को शिक्षा ग्रहण करने के लिए स्कूल भेजते हैं ताकि उनका बच्चा पढ़ लिखकर रोजगार पा सके और उनके बुढ़ापे का सहारा बन सके। लेकिन हरियाणा सरकार की गलत नीतियों और गलत सोच के कारण प्रदेश के स्कूलों की हालत दयनीय है। प्रदेश के स्कूलों में न शिक्षक, न पीने का पानी, न बिजली और न ही शौचालय है। प्रदेश का भविष्य स्कूल की जर्जर इमारत में पढ़ने को मजबूर हैं।

उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों के कारण आज हमारे बच्चों का भविष्य धूमिल होता जा रहा है। हरियाणा में सरकारी नौकरी के 2 लाख से ज्यादा पद रिक्त पड़े हैं। इनमें से 71 हजार पद शिक्षा विभाग में खाली पड़े हैं। लेकिन सरकार उनकी तरफ ध्यान नहीं दे रही। बेरोजगारी के कारण हरियाणा का युवा नशे,अपराध और अपनी जमीनें बेचकर विदेशों की तरफ जाने पर मजबूर है।

इसके लिए सीधे तौर पर हरियाणा की बीजेपी सरकार दोषी है। जब बच्चे नौकरी के लिए आवेदन करते हैं तो सरकार की मिलीभगत से पेपर लीक हो जाता है। बीजेपी की सरकार में 70 से ज्यादा पेपर लीक हो चुके हैं। इस सरकार ने युवा पीढ़ी को सड़कों पर लाकर खड़ा कर दिया है।उन्होंने कहा कि प्रदेश के कॉलेजों में शिक्षकों के 4500 पद खाली पड़े हैं। इसके अलावा प्रदेश के 182 में से 80 कॉलेजों में प्रिसिंपल ही नहीं हैं।

पूरे हरियाणा के सभी जिलों मे यही हाल है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार का शिक्षा की तरफ कोई ध्यान नहीं है। यदि युवा शिक्षित होगा तो रोजगार मांगेगा और वो सरकार के पास देने को है नही इसलिए सरकार युवाओ को शिक्षा देना ही नही चाहती।इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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