आज समाज डिजिटल, Ambala News:
ऑर्गेनाइजेशन फॉर सोशल एण्ड कल्चरल अवेयरनैस (ओस्का) का एनएचपीसी लिमिटेड (भारत सरकार का उद्यम) के साथ एम.ओ.यू. हो गया। इस अवसर पर समझौता ज्ञापन समारोह आयोजित हुआ। ओस्का के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजपाल ने बताया कि सीएसआर के अंतर्गत उदय शंकर शाही, कार्यपालक निदेशक (सीएसआर एंड एसडी) की गरिमामयी उपस्थिति में यह समझौता ज्ञापन समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर ओस्का व एनएचपीसी के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
1975 में हुई थी जल बोर्ड की स्थापना
राष्ट्रीय अध्यक्ष राजपाल ने बताया कि एनएचपीसीएल, विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत आने वाला जलविद्युत बोर्ड है, जिसकी स्थापना 1975 में हुई। इसका उद्देश्य योजना बनाना और सभी पहलुओं में जलविद्युत शक्ति का एकीकृत और कुशल विकास आयोजित करना।
बाद में एनएचपीसी ने ऊर्जा के अन्य स्रोतों जैसे सौर, भूतापीय, ज्वार, पवन आदि को शामिल करने के लिए अपनी वस्तुओं का विस्तार किया। उन्होंने बताया कि एनएचपीसीएल अपनी कॉपोर्रेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के अंतर्गत अनेको गतिविधियों को संचालित करता है, जिसमें केन्द्रीय विद्यालय, हॉस्पिटल व स्किल डेवलपमेंट के कार्य शामिल हैं।
10 वर्षों से बना रहे सांस्कृतिक पहचान
राजपाल ने बताया कि इसी कड़ी में एनएचपीसीएल के साथ कॉपोर्रेट सामाजिक उतरदायित्व (सीएसआर) के अंतर्गत ओस्का के साथ समझौता ज्ञापन हुआ है। ओस्का के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजपाल ने बताया कि आगेर्नाइजेशन फॉर सोशल एंड कल्चरल अवेयरनेस (ओस्का) भारतीय संविधान के रजिस्ट्रेशन एक्ट के तहत एक रजिस्टर्ड संस्था है जो पिछले 10 वर्षो से पूरे भारत में सांस्कृतिक और सामाजिक चेतना तथा जागरूकता के प्रचार- प्रसार के लिए निरंतर सक्रियता से कार्यरत है। उन्होंने बताया कि एनएचपीसी लिमिटेड (भारत सरकार का उद्यम) व ऑर्गेनाइजेशन फॉर सोशल एण्ड कल्चरल अवेयरनैस (ओस्का) के हुए इस समझौता ज्ञापन से सामाजिक कार्यों को एक नई दिशा मिलेगी।
ये भी पढ़ें : मूसेवाला के परिवार से मिलने मानसा पहुंचे राहुल गांधी
ये भी पढ़ें : आय से अधिक संपत्ति मामले में चौटाला दोषी करार, 26 को सजा पर होगी बहस
ये भी पढ़ें : टीजीटी-पीजीटी के 5500 पदों पर भर्ती जल्द: मनोहर लाल