अंबाला। द.एसडी विद्या स्कूल में पर्यावरण संरक्षण पर कक्षा सातवीं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। नो चाइल्ड लेफ्ट बीहाईन्ड के उद्देश्य के साथ कार्यक्रम में प्रत्येक बच्चे ने मंच पर आकर अलग – अलग गतिविधियों में भाग लेते हुए अपनी प्रतिभा को उजागर किया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि निशी गुप्ता (प्रकृति एवं पर्यावरण प्रेमी) थीं। इस अवसर पर डॉ.देशबंधु (सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष एवं एस. डी.कॉलेज समिति, लाहौर के उपाध्यक्ष),विद्यालय की निर्देशक प्राचार्या नीलइंद्रजीत कौर संधु, डॉ. राजेंद्र राणा(प्रिंसिपल एस.डी.कॉलेज, अंबाला छावनी), डॉ. नवीन गुलाटी (पूर्व गणित विभागाध्यक्ष एस.डी.कॉलेज अंबाला छावनी) और अन्य गणमान्य अतिथियों के साथ कक्षा सातवीं के विद्यार्थियों के अभिभावक विशेष रुप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन द्वारा किया गया। बच्चों ने सरस्वती माँ की अराधना करते हुए सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। हिंदी कविता धरती स्वर्ग दिखाई दे द्वारा धरती को सुंदर बनाने का संदेश दिया गया । अंग्रेजी नाटक द लास्ट ट्री स्टैंडिंग में बच्चों ने पेड़ों को न काटने का संदेश दिया। अंग्रेजी कविता भी इसी विषय पर आधारित थी। पंजाबी लघु नाटिका द्वारा बच्चों ने प्लास्टिक का प्रयोग न करने तथा हिंदी नाटक “नीर निरूपण” द्वारा बच्चों ने बहुत ही सुंदर संदेश देते हुए यह बताया कि पानी की एक -एक बूंँद का हमारे जीवन में क्या महत्व है। समूह गायन आओ सब मिलकर हाथ बढ़ाएं” में सबको पर्यावरण की रक्षा के लिए प्रेरित किया गया। प्रकृति बचाओ: एक दिव्य आह्वान बच्चों द्वारा कोरियोग्राफी प्रस्तुत की गई जिसने वहाँ उपस्थित जनसमूह को आश्चर्यचकित कर दिया। फ्युजन नृत्य ने दर्शकों के मन को मोह लिया और आॅर्केस्ट्रा में बच्चों ने मधुर धुनों द्वारा दर्शकों को खड़ा होकर झूमने पर विवश कर दिया।माइम द्वारा पेड़ों के महत्व को बहुत ही खूबसूरत ढंग से प्रस्तुत किया गया।एकल नृत्य द्वारा लावण्या ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया तथा रेयांश ने अंग्रेजी भाषण द्वारा पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। शिवांशी भसीन के अभिभावक कावेश भसीन और कनिष्का भसीन को सबसे अधिक सहायक अभिभावक का पुरस्कार दिया गया। मुख्य अतिथि बच्चों द्वारा दी गई प्रस्तुतियों से बहुत ही प्रभावित हुईं और उनकी प्रशंसा करते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने निर्देशक प्राचार्या नीलइंद्रजीत कौर संधु की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में विद्यालय सफलता की सीढियाँ चढ़ता जा रहा है । विद्यालय की निर्देशक प्राचार्या नीलइंद्रजीत कौर संधु ने सभी अभिभावकों का धन्यवाद किया जिन्होंने अपने अमूल्य समय में बच्चों की प्रस्तुतियों को देखकर उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्चा कुशाग्र बुद्धि वाला है, केवल उसे सही मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है। उन्होंने बच्चों को अपने देश को स्वच्छ रखने के लिए भी प्रेरित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को पर्यावरणीय सुरक्षा को अपनाते हुए इस देश को विश्व विख्यात बनाना है । विद्यालय के प्रधान बी.के. सोनी भी हमेशा विद्यार्थियों को पर्यावरण को स्वच्छ रखने की प्रेरणा देते रहते हैं। वह विद्यार्थियों को इसकी शुरूआत अपने घर, अपने विद्यालय से करने को कहते हैं। कार्यक्रम का समापन विद्यालय गान द्वारा किया गया।