Ambala News सीआईए-2 ने अंतर्राज्यीय ठग गिरोह का किया भंडाफोड़, दो सगे भाई गिरफ्तार

0
87
Ambala News CIA-2 busted inter-state thug gang

अंबाला। एसपी सुरेंद्र भौरिया के मार्गदर्शन एवं सीआईए 2 के प्रभारी निरीक्षक नरेश कुमार  के नेतृत्व में पुलिस ने अंतर्राज्यीय ठग गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पंजाब के बठिंडा से दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है। ये लोग सस्ते किराए का झांसा देकर फैक्ट्रियों से कीमती सामान उठाते थे और इस सामान को गंतव्य तक पहुंचाने के बजाय रास्ते में ही बेच दिया करते थे। आरोपियों की पहचान बठिंडा जिले के दयालपुरा निवासी गगनप्रीत और तरणप्रीत के रूप में हुई है। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने हरियाणा के अलावा पंजाबए जम्मू.कश्मीर और उत्तर प्रदेश में इस प्रकार की वारदातों को अंजाम देने की बात कबूली है। फिलहाल सामान की बरामदगी और इस गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचने के लिए पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है

कोर्ट ने आरोपियों को 9 दिन के रिमांड पर भेजा

आरोपियों को माननीय न्यायालय से  09 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।  पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र भौरिया ने कुछ पुराने अनसुलझे मामले सुलझाने के लिए सीआईए 2 स्टाफ के प्रभारी नरेश कुमार  को निर्देश दिए। इसके बाद सीआईए 2 प्रभारी निरीक्षक नरेश कुमार  ने एक टीम का गठन करके साहा पुलिस थाने में सितम्बर 2022 में दर्ज धोखाधड़ी के एक मामले में गुप्त सूचना के आधार पर पंजाब के बठिंडा में दबिश देकर दो सगे भाइयों गगनप्रीत और तरणप्रीत को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि ये आरोपी एक ऐप के जरिये फैक्ट्री मालिकों एवं अन्य कारोबारियों को सस्ते किराए पर सामान ढुलाई का झांसा देकर सामान उठाते थे और इस सामान को रास्ते में बेच देते थे। अपने ग्राहक को गुमराह करने के लिए ये लोग न केवल बिहार से लाए फर्जी मोबाइल सिम बल्कि ट्रकों पर फर्जी नंबर प्लेट का भी इस्तेमाल करते थे। इसी कड़ी में दोनों भाइयों ने सितम्बर 2022 में अम्बाला जिले के थाना साहा के अंतर्गत गांव लंडा की एक फैक्ट्री से करीब 35 लाख रुपए मूल्य की 435 बड़ी बैट्रियां अपने ट्रक में लोड की। इन बैट्रियों को कानपुर ले जाना था ।लेकिन आरोपियों ने इन्हें कानपुर पहुंचाने के बजाय रास्ते में ही बेच दिया और मोबाइल बंद करके फरार हो गए। जब कई दिनों तक सामान कानपुर नहीं पहुंचा तो फैक्ट्री के मैनेजर ने साहा पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश में कई जगह छापेमारी की लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिला। अब लगभग दो वर्ष बाद सीआईए 2 स्टाफ ने आरोपियों को गिरफ्तार करके यह मामला सुलझाया है और इन आरोपियों से पूछताछ में कई अन्य मामलों का खुलासा होने की भी उम्मीद जताई जा रही है।