अंबाला: एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी को पत्र लिखकर कहा कि शंभु बॉर्डर खोलने के हाईकोर्ट के आदेशों को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने से भाजपा ने व्यापारियों, रेहड़ी-फड़ी वालों व अंबाला के वासियों में अपना जनाधार खो दिया है । शांडिल्य ने कहा इस नुकसान की भरपाई के लिए सरकार को तुरंत रूप से शंभु बॉर्डर खोलने के आदेश देने चाहिए और सुप्रीम कोर्ट में दायर चुनौती देने वाली याचिका को भी वापिस लेना चाहिए । शांडिल्य ने कहा सुप्रीम कोर्ट में हरियाणा सरकार द्वारा जाने से ग़लत संदेश गया कि बॉर्डर किसानों ने नहीं बल्कि हरियाणा सरकार ने बंद किया हुआ है ।
शांडिल्य बोले: अगर हरियाणा सरकार अपने नुकसान को बचाना चाहती है तो तुरंत सुप्रीम कोर्ट से चुनौती याचिका वापिस लेनी चाहिए
एटीएफआई प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने कहा कि अंबाला की जनता कि परेशानियों को दरकिनार कर व अंबाला में आ रही भुखमरी की परवाह किए बिना क़ानून व्यवस्था ख़राब होने की दुहाई देना न्यायसंगत नहीं है । उन्होंने कहा सुप्रीम कोर्ट में आगामी शंभु बॉर्डर खोलने को लेकर सुनवाई 12 अगस्त को है । अगर हरियाणा सरकार और व्यापारियों के बीच खाई को अगर भरना है तो शंभु बॉर्डर खोलने के आदेश हरियाणा सरकार दें और सुप्रीम कोर्ट से चुनौती याचिका वापिस लें ।
वीरेश शांडिल्य ने कहा राजनीति के चक्कर में व्यापारियों को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई असंभव है। पहले अंबाला में बाढ़ आई फिर कोरोना आया और अब बॉर्डर बंद होने से व्यापारी व दुकानों पर काम कर रहे लोग भुखमरी की कगार पर आ गए है जिस तरफ कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है । शांडिल्य ने किसानों को भी नरमी बरतने की अपील की और कहा कि किसान बॉर्डर पर धरने को शिफ्ट कर अंबाला पर दया दिखाते हुए बॉर्डर से ट्रेक्टर-ट्रॉली अपने घर भेजें और हाईवे से अलग कहीं भी स्वतंत्र रूप से अपना धरना दें वह किसानों की हर जायज माँग के साथ है