Ambala News: अंबाला। उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि प्रदेश सरकार की फसल प्रबधंन योजना से अम्बाला के किसानों के खातों में करीब 3 करोड़ 78 लाख 18 हजार रूपए की राशि जमा होगी। यह राशि 4 नवम्बर 2024 तक पंजीकरण करवाने वाले किसानों को मिलेगी। यह पंजीकरण का डाटा अभी बढेगा, क्योकि प्रदेश सरकार की तरफ से 30 नवम्बर तक फसल अवशेषों के प्रबंधन के लिए आवेदन किया जा सकता हैं। अहम पहलू यह है कि इस योजना से अम्बाला के 5021 किसान लाभान्वित होगें। उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने यहां बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने फसल अवशेषों के प्रबधंन के लिए किसानों के लिए एक आकर्षक योजना लागू की हैं। इस योजना के अनुसार फसल अवशेषों व पराली का प्रबधंन करने के लिए प्रति एकड़ 1 हजार रूपए की राशि किसानों को आर्थिक लाभ दिया जाएगा। यह राशि सीधा किसानों के खातों में ही जमा करवाई जाएगी। लेकिन इसके लिए किसानों कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाना होगा। इस योजना के अनुसार अम्बाला में 4 नवम्बर 2024 तक 5021 किसानों ने अपना पंजीकरण करवाया हैं।
इन किसानों ने 37818 एकड़ की फसल का डाटा आनलाईन पोर्टल पर पंजीकृत करवाया हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की योजना के अनुसार 5021 किसानों को 37818 एकड़ की फसल के प्रबन्धन के हिसाब से 3 करोड़ 78 लाख 18 हजार रूपए की राशि का आर्थिक लाभ होगा। इसमें से 3523 किसानों ने अपनी 25981.22 एकड़ जमीन के फसल अवशेषों को खेतों में ही मिट्टी के अन्दर मिक्स करने का काम किया। इसके अलावा 1542 किसानों की 11836 एकड़ से पराली का प्रबन्धन का डाटा शामिल हैं। उन्होनें कहा कि किसान अभी भी 30 नवम्बर तक कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के पोर्टल पर इस स्कीम का फायदा उठाने के लिए अपना पंजीकरण करवा सकते हैं। इस योजना से किसानों को दोहरा लाभ मिलेगा, पहला लाभ किसानों के मित्र कीट बचे रहेगें और भूमि की उपजाउ शक्ति बनी रहेगी तथा दूसरा लाभ एक हजार रूपए प्रति एकड़ के हिसाब से सरकार से आर्थिक लाभ मिलेगा।
उपायुक्त ने कहा कि कृषि एवं कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ जसविन्द्र सिंह और उनकी टीम के सदस्य लगातार गांव-गांव में जाकर किसानों को सरकार की योजना के बारे में जागरूक कर रहें हैं। इन किसानों को फसल अवशेषों में आग न लगाकर अवशेषों का प्रबधंन करने के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहें हैं। इतना ही नहीं जो किसान फसल अवशेषों में आग लगा रहा है, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के बारे में भी बताया जा रहा हैं। इस बार सरकार के आदेशानुसार फसल अवशेषों में आग लगाने वाले किसानों के मेरी फसल मेरा ब्यौरा में रैड एन्ट्री कर दी जाएगी। इससे किसान दो सीजन की फसल सरकार को नहीं दे पाएगें। इसके अलावा एफआईआर दर्ज भी की जाएगी। उन्होनें किसानों से अपील की है कि किसान फसल अवशेषों का प्रबध्न करके सरकार की योजना का फायदा उठाएं।