जम्मू। कश्मीर घाटी में ‘शहीद दिवस’ पर अलगवादियों द्वारा बुलायी गयी हड़ताल के मद्देनजर अमरनाथ यात्रा एहतियात के तौर पर शनिवार को स्थगित कर दी गयी। इस यात्रा के तहत कश्मीर घाटी के पहलगाम और बालटाल आधार शिविरों के लिए अबतक तीर्थयात्रियों के 12 जत्थे यहां से रवाना हुए। यात्रा 30 जून को शुरू हुई थी। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ शनिवार को कश्मीर घाटी में अलगावादियों द्वारा बुलायी गयी हड़ताल के मद्देनजर एहतियात के तौर पर यहां से अमरनाथ यात्रा निलंबित कर दी गयी।’’ कश्मीर में 13 जुलाई शहीद दिवस के रूप मनाया जाता है। 1931 में इसी दिन डोगरा नरेश महाराजा हरिसंह की सेना की गोलीबारी में 22 लोग मारे गये थे। अलगावादियों ने मारे गये लोगों की याद में हड़ताल का आ’’ान किया है। अमरनाथ यात्रा आठ जुलाई को भी एहतियात के तौर स्थगित की गयी थी क्योंकि उस दिन हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की तीसरी बरसी थी। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को हड़ताल के चलते सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा। दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। सड़कों से वाहन नदारद रहे। हालांकि कुछ निजी वाहन नजर आये। अमरनाथ यात्रा के दौरान पिछले 12 दिनों में डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किये।