करनाल। आज का दिन न्याय और अन्याय के बीच में जो सदियों का संघर्ष चल रहा है। इस संघर्ष में न्याय की विजय का दिन है। यह दशहरा पर्व देश ही नहीं, विदेशों में भी मनाया जाता है। इसलिए इस दिन को विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है। हमेशा न्याय के साथ डटे रहें। अन्याय की पराजय करनी है, ऐसे भाव को अपने मन में बिठा लें। यह बात मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दशहरा ग्राउंड में आयोजित समारोह में बतौर मुख्यातिथि कही।
उन्होंने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसी परिकल्पना से सुखी समाज का निर्माण होगा। उन्होंने शुभकामना देते हुए कहा कि सबका जीवन मंगलमय हो, ऐसी मेरी कामना है। मुख्यमंत्री से पहले समारोह को संबोधित करते हुए मेयर रेणु बाला ने कहा कि ये बुराई पर अच्छाई की जीत का दिन है। उन्होंने लोगों से आपसी सौहार्द और भाईचारे से त्योहार मनाने का आह्वान किया। वहीं संबोधन के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सेक्टर-4 ग्राउंड में 116वां दशहरा महोत्सव पर जनता का अभिवादन स्वीकार किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रिमोट से बटन दबाकर पुतलों का दहन किया। आयोजन स्थल पर लोग सुबह 9 बजे से ग्राउंड में पहुंचना शुरू हो गए थे। रावण के 75 फुट, कुंभकर्ण व मेघनाद के 65-65 फुट के बने पुतलों का दहन किया गया।