नई दिल्ली। साल 2005 में विधायक कृष्णानंद राय की गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड ने पूर्वांचल को हिला कर रख दिया था। उस समय एके-47 से 500 से ज्यादा गोलियां चली थीं। इसके बाद इस मामले की जांच हुई और मामला सीबीआई अदालत था। बुधवार को बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड मामले में दिल्ली सीबीआई विशेष अदालत ने पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी समेत सभी आरोपियों को बरी कर दिया है। गौरतलब है कि 29 नवम्बर 2005 को करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र गोडउर गांव निवासी भाजपा विधायक कृष्णानंद राय क्षेत्र के सोनाड़ी गांव में क्रिकेट मैच का उद्घाटन करने के बाद वापस अपने गांव लौट रहे थे।
शाम करीब चार बजे बसनियां चट्टी पर उनके काफिले को घेरकर ताबड़तोड़ फायरिंग हुई थी। एके-47 से गोलियों की बौछार कर विधायक समेत सात लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था। ऐसा आरोप था कि अंसारी ने हमले के दौरान करीब 5 सौ से अधिक गोलियों का प्रयोग किया गया था। इस मामले में विधायक मुख्तार अंसारी, जिले के सांसद रहे अफजाल अंसारी समेत और मुन्ना बजरंगी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। घटना के कई वर्षों तक मुन्ना बजरंगी नहीं पकड़ा गया तो उसके ऊपर सात लाख रुपये का इनाम घोषित हो गया। विवेचना के दौरान मुन्ना बजरंगी के कई शूटरों का नाम प्रकाश में आया। जिसमें फिरदौस समेत जिवा व अन्य शुटरों को शामिल किया गया। जिले में पहली बार मुन्ना बजरंगी ने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया था। वह भी मुख्तार गैंग से जुड़ने के बाद सुर्खियों में आया।