फ्रांस में आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन पर सबकी नजर थी। खास बात यह था कि भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया नजर है। 45वां जी 7 शिखर सम्मेलन 24 से 26 अगस्त, 2019 को बिआरिट्ज, फ्रांस में आयोजित किया जा रहा है। इस सम्मेलन में ट्रंप और नरेंद्र मोदी के बीच मुलाकात पर सबकी नजर रही। पहले रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रविवार को फ्रांस पहुंचे। इसके अलावा यहां वह पर्यावरण, जलवायु और डिजिटल बदलाव जैसे ज्वलंत वैश्विक मुद्दों पर बात करेंगे और विश्व नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। मोदी तीन देशों फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन की यात्रा करने के बाद मनामा से यहां पहुंचे हैं। रविवार की देर रात पीएम मोदी की जी-7 शिखर सम्मेलन में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसॉन से मुलाकात हुई। दोनों ने पत्रकारों से बातचीत की। अमेरिका प्रेसिडेंट ट्रंप ने कहा कि दोनो देश मिलकर मुद्दों को सुलझा लेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को उनकी जीत के बाद फोन किया था। उनसे कहा था कि दोनों देशों को अशिक्षा और गरीबी के खिलाफ लड़ना है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत पाकिस्तान के सभी मुद्दे द्विपक्षीय मुद्दे हैं और मुझे विश्वास है कि दोनों देश मिलजुलकर हर मुद्दे का हल निकाल सकते हैं। हम इस मुद्दे पर दूसरे देशों को कष्ट नहीं देंगे। भारत पाकिस्तान मिलकर सभी समस्याओं का हल निकाल सकते हैं। अमेरिका राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों से बातचीत हुई है। हालांकि बता दें इस मुलाकात और पत्रकारों के बीच बातचीत के दौरान प्रेसिडेंट ट्रंप और पीएम मोदी की बॉडी लैंग्वेज बहुत ही फ्रेंडली रही। दोनों ने एक दूसरे का हाथ पकड़ा और फिर मोदी ने ट्रंप के हाथ पर अपना हाथ भी मारा। इस तरह की बॉडी लैंग्वेज से पीएम मोदी ने दुनिया को संदेश दिया कि वह एक दूसरे के साथ कंर्फ्टेबल हैं।