सभी उपायुक्त कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष बल दें : जयराम

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सीएम ने डीसी और एसपी के साथ की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
लोकिन्दर बेक्टा, शिमला:
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश में कोविड-19 मामलों में अचानक आई वृद्धि को देखते हुए राज्य के सभी उपायुक्त को विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए हैं। वे गुरुवार को शिमला से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों के साथ कोविड-19 स्थिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य में वर्तमान में कोरोना वायरस के लगभग 2700 सक्रिय मामले हैं और यह चिंता का विषय है कि बहुत ही कम समय में मामलों में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों से अधिकांश मामले सामने आए हैं, जबकि प्रमुख पर्यटन स्थलों सहित शहरी क्षेत्रों में बहुत कम मामले सामने आए हैं, जो कि दर्शाता है कि पर्यटकों के आगमन का राज्य के विभिन्न हिस्सों में कोई प्रभाव नहीं पड़ा। इस महामारी के फैलने के प्रमुख कारण सामाजिक समारोह, विवाह समारोह व दावतें आदि हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्याप्त आॅक्सीजनयुक्त और सामान्य बिस्तर, आॅक्सीजन कन्संट्रेटर, परीक्षण किट और वेंटिलेटर हैं और 28 अतिरिक्त पीएसए संयंत्र स्थापित करने का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि आठ पीएसए संयंत्रों पर कार्य पहले ही पूरा हो चुका है तथा 31 अगस्त तक दस और पीएसए संयंत्रों के कार्य पूर्ण हो जाएंगे। जयराम ठाकुर ने कुल्लू, मंडी, शिमला, चंबा और किन्नौर के जिला प्रशासन को इन जिलों के विभिन्न हिस्सों में चल रहे सेब सीजन को ध्यान में रखते हुए मजदूरों की जांच की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शीघ्र ही कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए भरसक प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान को तीव्र करने की आवश्यकता है, क्योंकि टीकाकरण इस वायरस को रोकने का सबसे सुदृढ़ उपाय है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि हमीरपुर, कुल्लू, बिलासपुर, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों ने पहली खुराक के लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूरा कर लिया है और दस दिनों के भीतर 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों का टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में 29 प्रतिशत लोगों ने दूसरी खुराक ली है और नवंबर, 2021 तक राज्य के सभी लोगों का टीकाकरण कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों को पीएसए संयंत्रों की स्थापना के लिए सिविल और विद्युत कार्यों की निगरानी करने के निर्देश दिए, ताकि मरीजों को यह सुविधा शीघ्रातिशीघ्र उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने कहा कि सीमा और अन्य क्षेत्रों में चेकिंग की व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस विभाग की निधि और मानव संसाधन को बढ़ाया जाएगा। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि जिलों को सेब सीजन के दौरान सड़कों के रख-रखाव और वाहनों के सुचारू संचालन की तैयारी पर ध्यान देना चाहिए।
पंचायतों और उप-मंडल स्तर की टीमों को और अधिक सक्रिय बनाया जाए
मुख्यसचिव राम सुभग सिंह ने जिले के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए पंचायतों और उप-मंडल स्तर की टीमों को और अधिक सक्रिय किया जाए। उन्होंने सूक्ष्म योजनाओं की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि इन पंचायतों में कोविड-19 मामलों की निगरानी के लिए 10-12 पंचायतों के लिए एक कोविड अधिकारी तैनात किया जाए।
पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने इस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों की निगरानी करने की आवश्यकता पर बल दिया।
सचिव स्वास्थ्य अमिताभ अवस्थी ने कहा कि प्रदेश में 4-5 दिनों के भीतर सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक दे दी जाएगी। अब केवल 124 कोरोना संक्रमित लोग अस्पतालों में भर्ती हैं।
उपायुक्तों ने मुख्यमंत्री को अपने जिलों में सक्रिय मामलों, बिस्तरों की उपलब्धता और अन्य सुविधाओं से अवगत कराया। प्रधान सचिव राजस्व केके पंत और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

कटॠ-20210819-हअ0085