नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटा दिया और जम्मू कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया है। इस कदम के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। गौरतलब है कि धारा 370 से जुड़े जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल को राज्यसभा में पेश करने से पहले ही केंद्र सरकार ने घाटी में चप्पे-चप्पे पर सेना के जवानों को तैनात कर दिया था जिससे किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न घटे। लोकसभा में धारा 370 हटाने की कवायद जब से शुरू हुई, तभी से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल घाटी में तैनात हो गए हैं। वह लगातार घाटी के हालात पर नजर बनाए हुए है। कश्मीर के अधिकतर इलाकों में कर्फ्यू लगी है। घाटी में कर्फ्यू जैसे हालातों के बीच लगातार एनएसए अजीत डोभाल की सुरक्षाबलों और आम नागरिकों से मिलने-बातचीत करने की तस्वीरें मीडिया में सामने आ रही हैं। पीएम मोदी के संकटमोचक माने जाने वाले अजीत डोभाल घाटी में सुरक्षा के हालातों का लगातार जायजा ले रहे हैं और पल-पल का अपडेट वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह तक पहुंचा रहे हैं। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पिछले सप्ताह से ही राज्य में सुरक्षा के हालातों का जायजा लेने के लिए कैंपनिंग कर रहे हैं। साथ ही ऐसी योजना है कि वह स्वतंत्रता दिवस पर किसी तरह की अनहोनी की आशंका को ध्यान में रखते हुए 15 अगस्त तक घाटी में ही रहेंगे। बीते सप्ताह भर से घाटी में सुरक्षा का कमान संभाल रहे अजीत डोभाल 15 अगस्त तक घाटी में ही रहेंगे और सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय स्थापित करते रहेंगे। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान 15 अगस्त को घाटी में किसी नापाक साजिश को अंजाम देना चाहता है जिसके मद्देनजर डोभाल ने घाटी में ही डेरा डाला हुआ है। इसके अलावा, अजीत डोभाल के कई ऐसे वीडियो आए हैं, जिसमें उन्हें न सिर्फ सुरक्षा बलों के साथ बातचीत करते देखा गया है, बल्कि वह आम नागरिकों को भी आश्वस्त करते दिखे हैं।