इशिका ठाकुर,करनाल :
निवर्तमान निगमायुक्त अजय सिंह तोमर को नगर निगम कार्यालय के स्टाफ ने दी भावपूर्ण विदाई, अतिरिक्त आयुक्त गौरव कुमार और उप निगमायुक्त अरूण भार्गव के अतिरिक्त निगम परिवार भी रहा मौजूद।
नगर निगम कार्यालय की ओर से शुक्रवार को निवर्तमान निगमायुक्त अजय सिंह तोमर को भावपूर्ण विदाई दी गई। रूख्सत होने से पहले नगर निगम के सभागार में एकत्रित अधिकारी व कर्मचारियों से रूबरू होते उन्होंने कहा कि करनाल में बतौर निगमायुक्त करीब साढे 5 माह काम करने का जो सुअवसर मिला, उसे वे सदैव याद रखेंगे। इस दौरान सफाई कर्मियों की हड़ताल के चलते शहर की साफ-सफाई व प्रॉपर्टी आई.डी. में दुरूस्तीकरण जैसी चुनौतियां भी आई और उनसे बखूबी निपटा गया।
उन्होंने कहा, हालांकि करनाल में काम करने का जो मौका उन्हें मिला, वह उनके लिए भविष्य के सेवाकाल में अहम रहेगा और कहा कि करनाल से जो लगाव हुआ, वह उनके जहन में बस गया है। उन्होंने एकत्रित अधिकारी व कर्मचारियों के सहयोग कि यह कहकर सराहना की कि रोजाना की पब्लिक डिलिंग में अधिकारी व कर्मचारियों की शिकायतें न के बराबर रही और उम्मीद जताते कहा कि वे भविष्य में भी इसी तरह से काम करते रहेंगे। उन्होंने सफाई शाखा, सम्पत्ति कर शाखा, लेखा शाखा व अभियांत्रिकी शाखा के साथ-साथ सभी शाखाओं को अच्छा काम करने पर उनकी प्रशंसा की। अपने संदेश में उन्होंने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को मेहनत, लगन व ईमानदारी के साथ काम करते रहने को कहा। उन्होंने कहा कि सभी अच्छा काम करें और समय से करें और नगर निगम की बेहतर छवि बनाएं रखें। उन्होंने युवा कर्मचारियों को अपने ज्ञान और कौशल को लगातार बढ़ाने बारे भी कहा।
विदाई पार्टी में अतिरिक्त आयुक्त गौरव कुमार, अधीक्षण अभियंता श्याम सिंह, उप निगमायुक्त अरूण भार्गव व क्षेत्रीय काराधान अधिकारी अंकुश पराशर ने निवर्तमान निगमायुक्त की कार्यशैली और उनके कार्यकाल में करनाल की हुई विकासात्मक उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
यह रही उपलब्धियां- बता दें कि श्री अजय सिंह तोमर के निगमायुक्त रहते नगर निगम ने पहली बार रिकॉर्ड 30 करोड़ 35 लाख रूपये सम्पत्ति कर एकत्र किया, जो अपने-आप में उल्लेखनीय व बड़ी उपलब्धि है। यह निगमायुक्त के ही प्रयास थे कि हरियाणा पुलिस अकादमी, मधुबन की ओर से 26 करोड़ 35 लाख रूपये निगम के खाते में जमा करवाए गए। इसके अतिरिक्त प्रॉपर्टी आई.डी. में दुरूस्तीकरण को लेकर एनडीसी पोर्टल पर नागरिकों द्वारा नगर निगम में अब तक कुल 11 हजार 301 आपत्ति दर्ज करवाई गई थी, जिसमें से 7 हजार 978 आपत्तियों को दुरूस्त किया जा चुका है तथा 2 हजार 385 आपत्तियों को अस्वीकार किया गया है।
सफाई शाखा की उपलब्धियों की बात करें तो, शत प्रतिशत कूड़ा एकत्रीकरण के लिए टिप्परों के रूट मैप तैयार किए गए। इसके अतिरिक्त निगम क्षेत्र की साफ-सफाई के लिए बीट सिस्टम लागू किया गया तथा मुख्य मार्गों व कॉमर्शियल एरिया में रात्रि सफाई को पुन: शुरू करवाया। खास यह भी रहा कि कूड़ा-कर्कट के सभी सेकेण्डरी पाँयट्स को भी पूर्ण रूप से खत्म किया गया।
अभियांत्रकी शाखा की बात करें तो, सिविल इंजीनियरिंग मैटिरियल परीक्षण प्रयोगशाला की स्थापना की गई, ताकि विकास कार्यों में प्रयोग होने वाली सामग्री की नगर निगम कार्यालय में ही जांच की जा सके। गुणवत्ता में ओर सुधार लाने के मकसद से श्रीराम टैस्टिंग लेबोरेट्री में भी सैम्पलों की जांच करवाई गई। इसके अतिरिक्त निगम में काम करने वाले ठेकेदारों को समय पर पेमेंट भी की गई। लेखा शाखा की बात करें तो, विभिन्न बैंको में खुले नगर निगम के सेविंग खातों को फिक्सड डिपोजिट खातो में कन्वर्ट किया गया, ताकि ब्याज दर ज्यादा ली जा सके।
इस अवसर पर अतिरिक्त आयुक्त गौरव कुमार, उप निगमायुक्त अरूण भार्गव ने नगर निगम कार्यालय व स्टाफ की ओर से एक यादगारी व स्मृति चिन्ह भेंट किया। कार्यकारी अभियंता मोनिका शर्मा व एमई अशोक कुमार ने भी करनाल के विकास व सफाई कार्यों में जो-जो काम हुए, उन्हें निगमायुक्त अजय सिंह तोमर की उल्लेखनीय उपलब्धियां बताया। इस मौके पर नगर निगम के तमाम अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
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