Airbag Safety Tips: पहले के समय की तुलना में, भारत में लोग अब सेफ्टी फीचर्स से लैस कारें खरीदना पसंद करते हैं। नतीजतन, कंपनियां कई एडवांस्ड फीचर्स वाली कारें पेश कर रही हैं। साथ ही, अब हर कार में छह एयरबैग अनिवार्य कर दिए गए हैं। ये एयरबैग दुर्घटना के दौरान यात्रियों को सुरक्षा प्रदान करते हैं। हालांकि, यात्रियों को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। कुछ गलतियों के कारण, कार में लगे एयरबैग भी आपकी सुरक्षा करने में विफल हो सकते हैं। आइए जानें इन गलतियों के बारे में।
हमेशा सीट बेल्ट पहनें
कार में एयरबैग हो या न हो, हमेशा सीट बेल्ट पहनें। एयरबैग वाली कार में सीट बेल्ट न पहनना विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है। अधिकांश आधुनिक कारों में एक ऐसी सुविधा होती है, जिसमें सीट बेल्ट न लगाने पर एयरबैग नहीं खुलते। इसलिए, सीट बेल्ट लगाना कभी न भूलें।
स्टीयरिंग के बहुत पास बैठने से बचें
ड्राइवर की तरफ का एयरबैग स्टीयरिंग व्हील में होता है। स्टीयरिंग व्हील के बहुत पास बैठने से एयरबैग खुलने पर चेहरे पर चोट लग सकती है। साथ ही, बहुत पास बैठने से एयरबैग ठीक से नहीं खुल पाता, जिससे इसकी प्रभावशीलता कम हो जाती है और ड्राइवर को पर्याप्त सुरक्षा नहीं मिल पाती।
डैशबोर्ड को बहुत ज़्यादा न सजाएँ
हाल के दिनों में जितनी भी कारें आ रही हैं, उनमें 6 एयरबैग हैं। इसकी वजह से अब सह-चालक को भी कार में एक एयरबैग मिलता है। एयरबैग खुलने के लिए डैशबोर्ड से टकराता है। अगर कार के डैशबोर्ड पर कोई भी सामान रखा है, तो सह-चालक को चोट लग सकती है।
सीट कवर लगाने से पहले जाँच लें
कुछ कारों में साइड एयरबैग भी होते हैं। ऐसी कारों में ज़्यादा सावधानी बरतने की ज़रूरत होती है। ज़्यादातर कारों में साइड एयरबैग सीट के अंदर लगाए जाते हैं (एयरबैग सेफ्टी गाइड)। सीट कवर की वजह से ये खुलते नहीं हैं। इसकी वजह से यात्री को चोट लग सकती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए नया सीट कवर लगाने से पहले इसकी जाँच ज़रूर करें।
डैशबोर्ड पर पैर न रखें
चलती कार में सहचालक को कभी भी डैशबोर्ड पर पैर नहीं रखना चाहिए। ऐसा करना आपके लिए खतरनाक हो सकता है। हल्की सी आवाज से एयरबैग खुल जाता है और यह तुरंत खुल जाता है। धमाके की वजह से आपका पैर भी टूट सकता है। इससे जुड़ी कई घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं। वहीं, सहचालक को एयरबैग न होने पर भी डैशबोर्ड पर पैर नहीं रखना चाहिए।