Air India Association said, advice not taken on leave without pay scheme: एयर इंडिया एसोसिएशन ने कहा, लीव विदआउट पे स्कीम पर नहीं ली गई सलाह

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अरुण धन्ता । नई दिल्ली एयर इंडिया पायलट एसोसिएशन (आईसीपीए) ने बिना पैसे छुट्टी (लीव विदआउट पे) स्कीम पर शिकायत करते हुए एयर इंडिया को लिखा है कि इस बारे में उनसे कोई सलाह मशविरा नहीं किया गया। इसमें कहा गया कि जिसे एयर इंडिया की तरफ से दोनों के लिए बेहतर बताया जा रहा है कि उसका फैसला बिना पायलट की सलाह के ही किया गया है।

यह योजना कर्मचारियों को स्वैच्छिक आधार पर बिना वेतन छुट्टी पर जाने के लिए लाभ उठाने की है। इस योजना का बचाव करते हुए एयर इंडिया ने कहा था कि इससे कर्मचारियों को एक निश्चित समय के लिए आजादी मिलती है कि वे किसी और नियोक्ता के साथ जुड़ सकें। दूसरी तरफ, इससे एयरलाइन को भी पैसे की बचत होगी। इससे पहले के बयान में एयरलाइन ने कहा था कि वित्तीय चुनौतियों को देखते हुए विमान सेवा जारी रहे इसे सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं।

इससे पहले, राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया ने कहा था कि उसकी वित्तीय स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण है और बिना वेतन अवकाश (एलडब्ल्यूपी) योजना कर्मचारियों और प्रबंधन दोनों के लिए लाभ की स्थिति है। एयर इंडिया ने बयान में कहा कि यह योजना मुख्य रूप से स्वैच्छिक आधार पर कर्मचारियों को एलडब्ल्यूपी पर भेजने से संबंधित है।

इससे पहले एयरलाइन ने मंगलवार को आंतरिक आदेश जारी कर सभी विभागीय प्रमुखों तथा क्षेत्रीय निदेशकों से इस योजना के लिए कर्मचारियों की पहचान करने को कहा था। कर्मचारियों की पहचान दक्षता, स्वास्थ्य और अतिरिक्त संख्या के हिसाब से की जानी है। छांटे गए कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से पांच साल के लिए बिना वेतन अवकाश पर भेजा जाएगा।

बयान में कहा गया है, ‘एयर इंडिया की वित्तीय स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण है और एयरलाइन अपने परिचालन को कायम रखने के लिए कई पहल कर रही है।’ एयरलाइन ने कहा कि एलडब्ल्यूपी योजना प्रबंधन के साथ-साथ कर्मचारियों के फायदे की भी है। इससे कर्मचारियों को ‘लचीलापन मिलेगा और एयरलाइन का वेतन बिल कम हो सकेगा।

एयर इंडिया ने कहा कि इस योजना के तहत प्रबंधन आदेश जारी कर अनिवार्य रूप से अपने कर्मचारियो को छह से दो साल तक बिना वेतन अवकाश पर जाने के लिए कह सकता है। इस अवधि को पांच साल तक बढ़ाया जा सकता। बयान में कहा गया है कि कर्मचारियों का चयन दक्षता, क्षमता, अनुकूलता, प्रदर्शन, स्वास्थ्य, अनुपलब्धता और कुछ स्थानों पर अतिरिक्त कर्मचारी होने के आधार पर किया जाएगा।