नई दिल्ली। वायुसेना की 87वीं वर्षगांठ पर गाजियाबाद स्थित हिण्डन एयरफोर्स स्टेशन पर कार्यक्रम के दौरान जवानों ने लड़ाकू विमानों के साथ हवा में बेहतरीन करतब दिखाए। भारतीय वायुसेना की स्थापना 8 अक्तूबर 1932 को हुई थी। हर साल स्थापना दिवस के अवसर पर हिंडन एयरबेस पर स्थापना दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस अवसर पर नौसेना अध्यक्ष करमवीर सिंह और थल सेना अध्यक्ष बिपिन रावत भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। दोनों अध्यक्षों का जनरल सैल्यूट के साथ स्वागत किया गया। ग्रुप कैप्टन सचिन तेंदुलकर भी कार्यक्रम में पहुंचे। वायुसेना की वर्षगांठ पर वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने कहा कि भारतीय वायुसेना भविष्य में आने वाली चुनौतियों के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि वायुसेना अब बायो फ्यूल एयरक्राफ्ट को विकसित करने की तैयारी में लग गई है। इसके साथ ही मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए भारतीय फर्मों को प्राथमिकता दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि अब समय है भारतीय वायुसेना भविष्य की ओर देखें। ऐसे में वायुसेना बायो फ्यूल एयरक्राफ्ट को विकसित करने का प्रयास कर रही है। इससे पर्यावरण को संरक्षण में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि रोहिणी रडार, स्पाइडर रडार सिस्टम इंडिजिनस तकनीक का उदाहरण है। इसी तरह अब मेक इन इंडिया के तहत जल्द ही कई हल्के हेलिकॉप्टर और रडार विकसित किए जाएंगे।