AIMIM On Opposition Unity Meet: बैठक में न बुलाकर हमारे से राजनीतिक अछूत जैसा व्यवहार किया गया : वारिस पठान

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AIMIM On Opposition Unity Meet
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और पार्टी प्रवक्ता वारिस पठान। 

Aaj Samaj (आज समाज), AIMIM On Opposition Unity Meet, मुंबई: विपक्षी एकता की बैठक में न बुलाने पर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने कड़ी नाराजगी जताई है। पार्टी प्रवक्ता वारिस पठान ने कहा, हमारे साथ राजनीतिक अछूत जैसा व्यवहार किया गया। उन्होंने साथ ही सवाल जोड़ा कि कोई ओवैसी की पार्टी को कैसे नजरअंदाज कर सकता है। जो पार्टियां खुद को धर्मनिरपेक्ष बताती थीं, उन्होंने अपनी बैठक में एआईएमआईएम को नहीं बुलाया।

मीटिंग में ऐसे कई नेता बुलाए जो कभी बीजेपी के साथ होते थे

वारिस पठान ने कहा, हम उनके लिए राजनीतिक अछूत हो गए। उन्होंने बिना नाम लिए कहा, बड़ी बात यह कि इस बैठक में उन नेताओं को भी आमंत्रित किया गया और साथ बैठाया गया जो कभी बीजेपी के साथ हुआ करते थे। वारिस पठान का इशारा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उद्धव ठाकरे और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री व पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की तरफ था।

अरविंद केजरीवाल भी बेंगलुरु बैठक में मौजूद थे

पठान ने कहा कि गुजरात चुनावों के दौरान कांग्रेस को जमकर गालियां देने वाले आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्मयंत्री अरविंद केजरीवाल भी बेंगलुरु बैठक में मौजूद थे। एआईएमआईएम के प्रवक्त ने कहा कि उनकी पार्टी बीजेपी को आगामी लोकसभा चुनाव में हराने के लिए कोशिश कर रही है, लेकिन विपक्ष उन्हें किनारे करने में लगा है।

18 जुलाई को बेंगलुरु में  हुई थी विपक्षी दलों की बैठक

बता दें कि कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में हुई 18 जुलाई को दो दिवसीय विपक्षी दलों की बैठक हुई थी जिसमें कुल 26 पार्टियां शामिल हुई। बैठक में एआईएमआईएम को आमंत्रित नहीं किया गया। इसी के साथ बैठक में विपक्षी गठबंधन को नया नाम ‘इंडिया’ नाम दिया गया है जिस पर बीजेपी सहित कई लोगों ने आपत्ति जताई है।

‘इंडिया’ नाम पर चुनाव आयोग व थाने में शिकायत

विपक्षी गठबंधन का नाम ‘इंडिया’ रखे जाने का मामला थाने के साथ ही चुनाव आयोग भी पहुंच गया है। डॉक्टर अवनीश मिश्रा नाम के शख्स ने दिल्ली के बाराखंबा पुलिस स्टेशन में इसके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। उनका आरोप है कि इंडिया नाम रखना प्रतीक अधिनियम का उल्लंघन है और चुनावों में इसका गलत इस्तेमाल होगा। इसके तहत कोई भी इंडिया नाम का निजी फायदे के लिए इस्तेमाल नहीं कर सकता।

चुुनाव आयोग में बीजेपी नेता आशुतोष दूबे ने शिकायत दर्ज करवाई

चुुनाव आयोग में बीजेपी नेता आशुतोष दूबे ने मामले में शिकायत दर्ज करवाई है। उनका आरोप है कि विपक्ष ने इंडिया नाम का इस्तेमाल राजनीतिक फायदे के लिए किया है और इससे देश की गरिमा को ठेस पहुंची है। बेंगलुरु में 18 जुलाई को हुई विपक्षी एकता की बैठक में विपक्षी गठबंधन का इंडिया नाम रखने का निर्णय लिया है। इसका मतलब इंडियन नेशनल डिवेलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस है। गठबंधन का नाम इंडिया रखने के बाद इसकी टैगलाइन (जीतेगा भारत) रखी गई है और इसका लक्ष्य 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराना है।

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