मौजूदा सिस्टम को बदलने में सक्षम Aardvark Weather
Aardvark Weather (आज समाज) नई दिल्ली: शोधकर्ताओं ने Aardvark Weather नामक एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित मौसम पूवार्नुमान सिस्टम को लॉन्च किया। यह पारंपरिक तरीकों की तुलना में कई मायनों में फायदेमंद है। यह पूरी तरह से एआई-संचालित सिस्टम मौजूदा सिस्टम को बदलने में सक्षम बताया जा रहा है। जिसमें कस्टम सुपरकंप्यूटर और विशेषज्ञों की एक टीम की आवश्यकता होती।

यानी अब मौसम की भविष्यवाणी के लिए किसी भारी भरकम सुपर कंप्यूटर की जरूरत नहीं है। इस सिस्टम से पूवार्नुमान की सटीकता और गति में सुधार होने के साथ-साथ हाइपरलोकल (स्थानीय स्तर पर) पूवार्नुमान भी उपलब्ध होंगे।

गूगल ने GenCast मॉडल किया था पेश

इस शोध पत्र को Nature जर्नल में प्रकाशित किया गया है, जिसमें बताया गया है कि कैसे एक एकीकृत एआई मॉडल सुपरकंप्यूटर और विशेषज्ञों की निगरानी की जगह ले सकता है। गौरतलब है कि पिछले साल गूगल ने अपना GenCast मॉडल पेश किया था, जो ,एआई का उपयोग करके संख्यात्मक समाधानकर्ता को बदलकर मौसम पूवार्नुमान की सटीकता और गति में सुधार करता है, हालांकि Aardvark Weather का दायरा उससे कहीं बड़ा है, क्योंकि यह पूरे मौसम पूवार्नुमान सिस्टम को बदलने का लक्ष्य रखता है।

इन्होंने मिलकर किया विकसित

इस एआई सिस्टम को कैंब्रिज विश्वविद्यालय, माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च एआई फॉर साइंस, गूगल डीपमाइंड, टोरंटो विश्वविद्यालय, द एलन ट्यूरिंग इंस्टीट्यूट, और यूरोपियन सेंटर फॉर मीडियम-रेंज वेदर फोरकास्ट्स के शोधकर्ताओं ने मिलकर विकसित किया है।

घंटों का काम मिनटों में होगा

Aardvark Weather मौसम उपग्रहों, मौसम गुब्बारों, स्टेशनों और अन्य सेंसरों से डेटा एकत्र करता है और इस डेटा को प्रोसेस व विश्लेषण करके वैश्विक और स्थानीय दोनों तरह के पूवार्नुमान तैयार करता है। जहां पारंपरिक सुपरकंप्यूटर और मौसम विज्ञान विशेषज्ञों को यह काम करने में कुछ घंटे लगते हैं, वहीं यह एआई सिस्टम इसे कुछ ही मिनटों में कर सकता है।

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