नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली केकई बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान भीषण ठंड में भी सड़कों पर डटे हुए हैंऔर सरकार से नए कृषि कानूनो को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। कई चरणों की सरकार और किसानों की बातचीत हुई लेकिन बेनतीजा ही रही। जिसके बाद अब एक बार फिर सरकार और किसानों के बीच गतिरोध को समाप्त करने के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गुरुवार को किसानों को एक पत्र लिखा है। उन्होंने किसानों को आठ पन्नों का पत्र लिखा। इस पत्र के माध्यम से कृषि मंत्री ने कहा कि कुछ किसान संगठनों में कृषि सुधारों को लेकर भ्रम पैदा कर दिया गया है। नरेंद्र सिंह तोमर ने अपनेपत्र में लिखा कि ऐतिहासिक कृषि सुधारों को लेकर पिछले कुछ दिनों से मैं लगातार आपके (किसान) संपर्क में हूं। आगे उन्होंने लिखा कि बीते दिनों मेरी अनेक राज्यों के किसान संगठनों से बातचीत हुई है। कई किसान संगठनों ने इन कृषि सुधारों का स्वागत किया है, वे इससे बहुत खुश हैं। किसानों में एक नई उम्मीद जगी है। लेकिन इन कृषि सुधारों का दूसरा पक्ष यह भी है कि कुछ किसान संगठनों में इन्हें लेकर एक भ्रम पैदा कर दिया गया है। तोमर ने लिखा, ‘देश का कृषि मंत्री होने के नाते, मेरा कर्तव्य है कि हर किसान का भ्रम दूर करूं, हर किसान की चिंता दूर करूं। मेरा दायित्व है कि सरकार और किसानों के बीच दिल्ली और आसपास के क्षेत्र में जो झूठ की दीवार बनाने की साजिश रची जा रही है, उसकी सच्चाई और सही वस्तुस्थिति आपके सामने रखूं। कृषि मंत्री नेतोमर ने कहा कि ‘मैं किसान परिवार से आता हूं। खेती की बारीकियां और खेती की चुनौतियों, दोनों को ही देखते हुए, समझते हुए बड़ा हुआ हूं। फसल कटने के बाद उसे बेचने के लिए हफ्तों का इंतजार भी मैंने देखा है।