नई दिल्ली। संसद के दोनों सदनोंमेंकेंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि विधेयक का जमकर विरोध विपक्ष ने किया। हालांकि सरकार ने तीनों बिल सदन मे पास करा लिए। हालांकि राज्यसभा मेंहंगामे के दौरान सांसदों का व्यवहार बहुत ही अमार्यादित रहा जिसके कारण आठ सांसदों को निलंबित किया गया। बाद में निलंबित आठ सांसदों का समर्थन और बिलों को वापस लेने की मांग करते हुए विपक्ष ने मंगलवार को लोकसभा का बहिष्कार किया। इससे पहले, उन्होंने राज्यसभा का भी बहिष्कार किया था। इन सभी हंगामों केबीच कृषि मंत्री ने कहा कि बिल का विरोध किसान नहीं कर रहेबल्कि कांग्रेस सेजुड़े लोग कर रहे हैं। कांग्रेस के दांत खाने के और हैं, दिखाने के और। वह सदन में कोई बात कहते हैं और बाहर जाकर कुछ और बोलते हैं। जो प्रदर्शन कर रहे हैं, वे किसान नहीं हैं, वे कांग्रेस से संबंधित हैं और यह देश को मालूम है। यह सुधार किसानों को फायदा पहुंचाएगा और उनकी आय में बढ़ोतरी करेगा।” बता दें कि कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राज्यसभा और लोक सभा भाइयों की तरह हैं … यदि कोई दु:ख में होता है, तो दूसरे को संभलना पड़ता है। हमारा मुद्दा कृषि बिलों से संबंधित है, हम चाहते हैं कि इसे वापस लिया जाए। अगर तोमर जी इसे वापस लेने के लिए सहमत होते हैं, तो हमें सत्र जारी रखने में कोई समस्या नहीं है। इसके बाद, उन्होंने कहा, ”किसानों के मुद्दे पर हमारी पार्टी (कांग्रेस) और सभी विपक्षी दल लोकसभा की कार्यवाही का बहिष्कार करते हैं।”