Agreement between the government and the opposition between the uproar in Parliament, the issue of farmers will be discussed in the Rajya Sabha for 15 hours: संसद में हंगामे केबीच सरकार व विपक्ष में बनी सहमति, 15 घंटे तक किसान मुद्दे पर राज्यसभा में होगी चर्चा

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नई दिल्ली। कृषि कानूनों पर किसानों और सरकार के बीच टसल जारी है। इस खींचतान की आवाज सड़क से अब संसद तक पहुंच चुकी है। संसद के बजट सत्र मेंआज तीसरेदिन भी विपक्ष का हंगामा जारी रहा। किसानों के मुद्दे को लेकर विपक्षी दल हंगामा करते रहे। राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही आज एक बार फिर से संसद में कृषि कानूनों के खिलाफ हंगाम हुआ। कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद ने 19 पार्टियों की ओर से राज्यसभा में किसानों के मुद्दे पर चर्चा का प्रस्ताव रखा। बता दें कि आज संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होनी है। विपक्ष के संसादों द्वारा कृषि कानूनों और किसानों के मुद्दों पर हंगामा और नारेबाजी की जा रही थी। इस बीच राज्यसभा से ‘आप’ पार्टी के सांसदोंको निष्कासित किया गया। राज्यसभा से आम आदमी पार्टी के तीनों सांसद संजय सिंह, सुशील कुमार गुप्ता और एन.डी. गुप्ता को बुधवार को दिन भर के लिए निष्कासित कर दिया गया। आठ फरवरी को पीएम मोदी राज्यसभा में राष्ट्रपति के भाषण पर चर्चा का जवाब देंगे। बजट सत्र में किसानों के मुद्दे पर चर्चा के लिए विपक्ष और सरकार की सहमति बन गई। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को लेकर राज्यसभा में 15 घंटे तक चर्चा होगी। जिसकी सहमति सरकार और विपक्ष के बीच में आज बनी। कल भी किसान आंदोलन को लेकर कृषि मंत्री ने सदन में कहा था कि सरकार चर्चा के लिए हमेशा तैयार है। सरकार संसद में और संसद के बाहर भी किसानों के मुद्दे पर चर्चाकरने के लिए तैयार है। इस बीच आज राज्यसभा सभापति वेंकैया नायडू ने सदन में मोबाइल के प्रयोग को लेकर सांसदों को फटकारा। उन्होंने सदस्यों को राज्यसभा चैंबर के अंदर इस तरह की अनुचित गतिविधियों से दूर रहना चाहिए, सदन की कार्यवाही की इस तरह रिकॉर्डिंग और सोशल मीडिया पर इसके प्रसार से विशेषाधिकार हनन और सदन की अवमानना ​​हो सकती है।