एजेंसी,नई दिल्ली। आज राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में बताया कि जम्मू-कश्मीर में हालात बेहतर हो गए हैं। गृहमंत्री ने कहा कि पांच अगस्त को केंद्र सरकार ने जम्मू एवं कश्मीर से विशेष दर्जा समाप्त किया था उसके बाद से एक भी नागरिक की जान पुलिस की गोली से नहीं गई है। राज्य में उपभोक्ताओं के लिए पेट्रोल, डीजल और चावल पयार्प्त मात्रा में उपलब्ध है। वहां पर स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही हैं। दुकाने भी खुल रही हैं। कहीं भी लोगों को रोका नहीं जा रहा है। जनसामान्य के लिए उचित व्यवस्था की जा रही है। इंटरनेट की सुविधा भी वहां उपलब्ध कराई जाएगी लेकिन उचित समय आने पर। गृहमंत्री ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवा उनकी प्राथमिकता है और वहां बड़ी संख्या में ओपीडी खुलने वाली हैं। जम्मू-कश्मीर की स्थिति को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि वहां के हालात सामान्य हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आज सभी 195 थानों में कहीं पर धारा 144 नहीं है। सिर्फ एहतियात के तौर पर रात को 8 बजे से सुबह 6 बजे तक कुछ थानों में लागू किया गया है। अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जहां तक इंटरनेट सेवाओं को लागू करने का सवाल है तो उचित समय पर वहां के प्रशासन की अनुशंसा के आधार पर ही सुनिश्चित किया जा सकता है। गृहमंत्री ने कहा, ‘कश्मीर में पड़ोसी देश के द्वारा बहुत सारी गतिविधियां चलती रहती है और वहां की कानून व्यवस्था और सुरक्षा को देखकर ही ये निर्णय लिया जा सकता है।’ राज्यसभा में शाह ने कहा कि जब जम्मू-कश्मीर के प्रशासन को उचित समय लगेगा तो वो मीटिंग करके बताएंगे तब इस पर हम फैसला लेंगे। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में उर्दु और अंग्रेजी में मीडिया लगातार काम कर रहा है। बैंकिंग सेवाएं भी सुचारु रूप से काम कर रही हैं।