नयी दिल्ली। बजट में पेट्रोल, डीजल पर उत्पाद शुल्क और उपकर बढ़ाये जाने के बाद शनिवार को पेट्रोल का दाम 2.40 रुपये और डीजल का दाम 2.36 रुपये प्रति लीटर बढ़ गया। उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को लोकसभा में 2019-20 का बजट पेश करते हुये अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में गिरावट के रुख को देखते हुये घरेलू स्तर पर दोनों र्इंधनों पर विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क और सड़क एवं अवसंरचना उपकर में एक-एक रुपये की वृद्धि कर दी। इससे दोनों र्इंधनों के दाम प्रति लीटर दो-दो रुपये बढ़ गये। इसके ऊपर राज्यों में वैट भी लगता है। दोनों कर शनिवार से प्रभाव में आ गये। इसके बाद दिल्ली में पेट्रोल का दाम 2.45 रुपये लीटर बढ़कर 72.96 रुपये लीटर हो गया जबकि मुंबई में यह वृद्धि 2.42 रुपये लीटर बढ़कर 78.57 रुपये प्रति लीटर रही। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी इंडियन आयल कार्पोरेशन ने इस संबंध में मूल्य अधिसूचना जारी की है।
कोलकाता में पेट्रोल का दाम 2.40 रुपये लीटर बढ़कर 75.15 रुपये लीटर और चेन्नई में 2.57 रुपये लीटर बढ़कर 75.76 रुपये लीटर हो गया। शुल्क वृद्धि के बाद दिल्ली में डीजल 2.36 रुपये बढ़कर 66.69 रुपये लीटर और मुंबई में 2.50 रुपये लीटर बढ़कर 69.60 रुपये लीटर हो गये। राज्यों में स्थानीय कर अथवा मूल्य वर्धित कर (वैट) अलग-अलग होने की वजह से पेट्रोल, डीजल के दाम में अंतर रहता है। इसके अलावा भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के पेट्रोल पंपों पर कुछ पैसे का अंतर भी रखा जाता है। बजट में शुल्क बढ़ाने से पहले पेट्रोल पर कुल उत्पाद शुल्क 17.98 रुपये प्रति लीटर था। इसमें 2.98 रुपये मूल उत्पाद शुल्क, 7 रुपये विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क और आठ रुपये सड़क एवं अवसंरचना उपकर लगा था। बजट के बाद विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क एक रुपये बढ़कर आठ रुपये और सड़क एवं अवसंरचना उपकर आठ से बढ़कर नौ रुपये प्रति लीटर हो गया। इससे कुल उत्पाद शुल्क दो रुपये बढ़कर 19.98 रुपये लीटर हो गया। इसी प्रकार बजट से पहले डीजल पर कुल उत्पाद शुल्क 13.83 रुपये लीटर था। इसमें मूल उत्पाद शुल्क 4.83 रुपये, विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क एक रुपये और सड़क उपकर आठ रुपये प्रति लीटर था। उत्पाद शुल्क और सड़क उपकर एक- एक रुपये बढ़ने के बाद कुल शुल्क 15.83 रुपये लीटर हो गया। इन शुल्कों के ऊपर राज्यों में वैट लगाया जाता है। दिल्ली में पेट्रोल पर 27 प्रतिशत और डीजल पर 16.75 प्रतिशत की दर से वैट वसूला जाता है।