अंबाला, सोनीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद यमुनानगर, करनाल, पानीपत, रोहतक, मानेसर और हिसार में होंगे नगर निगम के चुनाव
नगर निगम चुनाव में भाजपा को विधानसभा चुनाव की जीत का फायदा मिलने की संभावना
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार जीत का परचम लहराने के बाद भाजपा ने सरकार और मंत्रिमंडल का गठन कर लिया है। अब इसी कड़ी में माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव होने के बाद अब निगम चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। भगवा पार्टी नगर निगम चुनाव को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारी में जुट गई है। विधानसभा चुनाव में जो नतीजे आए हैं और जिस तरह के समीकरण बने थे उनके आधार पर पार्टी नए चेहरों पर दावा खेलते हुए नजर आ सकती है। इसके अलावा यह भी माना जा रहा है कि जिन नेताओं पर विधान सभा चुनाव में कांग्रेस की मदद करने के आरोप लगे थे और जिनके खिलाफ पार्टी के खिलाफ जाने के इनपुट मिले थे, की टिकट कटनी तय है। इसको इसके लिए बकायदा पूरी लिस्ट तैयार की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक इसे लेकर केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से मंजूरी मिल चुकी है। निगम चुनाव की आहट तेज होने पर राज्य चुनाव आयोग भी अलर्ट हो गया है। राज्य चुनाव आयोग की तरफ से सरकार को पत्र लिखा गया है। यह भी चर्चा है कि विधानसभा चुनाव के परिणाम को देखते हुए सरकार राज्य में जल्द ही निकाय चुनाव करवाने का मन बना रही है।
जल्द चुनाव के आसार
विधानसभा चुनाव में अकेले अपने दम पर जीत दर्ज करने के बाद भाजपा सरकार बनाने में सफल रही और सरकार ने विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि भाजपा को हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली जीत का फायदा भाजपा को इन चुनावों में होगा। भाजपा ने इस बार अपने दम पर रिकॉर्ड बहुमत हासिल किया है। ऐसे में अगर निकाय चुनाव होते हैं तो उसमें पार्टी को जीत मिलती है तो उसमें विधानसभा चुनाव की जीत की विराट भूमिका रहेगी।
भाजपा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कई सीटों पर चेहरे बदले थे। इनमें से अधिकतर प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी। इससे पता चलता है कि भाजपा का प्रत्याशी बदलने का फॉमूर्ला कामयाब रहा। इस फॉमूर्ले को देखते हुए अब बीजेपी निगम चुनाव में भी इस पर फोकस करेगी। इससे पार्टी के दो उद्देश्य पूरे होंगे। एक तो बागियों का पत्ता साफ होगा और जिताऊ व नए चेहरे को मौका मिलेगा।
10 नगर निगम के होंगे चुनाव
हरियाणा में अबकी बार विधायक बने दो केंडिडेट पहले नगर निगम के मेयर थे। विधानसभा चुनाव में अंबाला मेयर शक्ति रानी शर्मा और सोनीपत के मेयर निखिल मदान भाजपा की टिकट पर विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बन गए हैं। ऐसे में अब दोनों जगह भी नगर निगम मेयर का चुनाव होगा। अब सोनीपत और पंचकूला समेत हरियाणा की 10 नगर निगमों के चुनाव लंबित हो गए हैं। सिर्फ पंचकूला नगर निगम ही है, जहां अभी मेयर है, जिसका कार्यकाल जनवरी 2026 तक बाकी है। ये भी बता दें कि गुरुग्राम, फरीदाबाद यमुनानगर, करनाल, पानीपत, रोहतक, हिसार, में भी कार्यकाल पूरा हो चुका है।
वहां पर मेयर नहीं होने के चलते अब तक संबंधित निगम की व्यवस्था प्रशासनिक अधिकारी संभाल रहे हैं। कई निगमों के चुनाव तो दो-दो साल से लंबित हैं। मानेसर नगर निगम गठित होने के बाद वहां अभी तक चुनाव ही नहीं हुए। ये भी बता दें कि हरियाणा में फरीदाबाद सबसे बड़ा और पंचकूला सबसे छोटा निगम है।
वार्डबंदी का चल रहा काम
सरकार को इसी साल चुनाव आयोग ने नगर निगम चुनाव करवाने के लिए पत्र लिखा गया था। राज्य चुनाव आयुक्त की तरफ से मई 2024 में इस बारे में हरियाणा सरकार के सचिव को पत्र लिखे जाने के बावजूद सरकार के स्तर पर इस बारे में अब तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। चूंकि अब लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा चुनाव भी हो चुके हैं तो एक तरह से माना जा रहा है कि जल्दी ही सभी नगर निगम के चुनाव होंगे।
आपको बता दें कि किसी भी इकाई का कार्यकाल खत्म होने के बाद 6 महीने के अंदर उसका गठन करवाना होता है। इस बारे में राज्य चुनाव आयोग की तरफ से कहा गया कि वोटर लिस्ट के लिए निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखा है। इसके अलावा वार्डबंदी का काम चल रहा है। लोकसभा व विधानसभा चुनाव की वजह से प्रशासनिक अमला वहां लगा हुआ था।
शहरों में भाजपा की अच्छी पकड़
गत लोकसभा और विधानसभा चुनाव में स्पष्ट हो चुका है कि भगवा पार्टी की शहरी इलाकों में अच्छी पकड़ है। हरियाणा के शहरी इलाकों में बीजेपी कांग्रेस से ज्यादा मजबूत है। हालांकि लोकसभा चुनाव में भाजपा पांच सीटें हार गई थी, लेकिन उसने कांग्रेस की तुलना में अधिक शहरी सीटें जीतीं। विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने शहरी सीटों पर भी अच्छा प्रदर्शन किया।
दोनों चुनावों के आंकड़ों को देखें तो बीजेपी इसे निकाय चुनाव में फायदे के तौर पर देख रही है। वहीं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अब भाजपा की तुलना में विधानसभा चुनाव हारने के बाद कहीं ज्यादा कमजोर और बैक फुट पर नजर आ रही है।
हरियाणा में कितने नगर निकाय
नगर निगम- 11
नगर पालिकाएं- 55
नगर परिषद- 23
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