आज समाज डिजिटल, पंजाब:
मोहाली में हमले की घटना पर डीजीपी और खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों से बात करने के बाद सीएम भगवंत मान ने कहा कि पंजाब के दुश्मनों को छोड़ा नहीं जाएगा। यहां का माहौल नहीं बिगाड़ने देंगे। आरोपियों को कड़ी सजा दी जाएगी।
हिरासत में लिए 11 संदिग्ध
खुफिया मुख्यालय पर हमले के संबंध में सोहाना थाने में केस दर्ज किया गया है। इस केस में एसआई बलकार सिंह के बयान को आधार बनाया गया है। पंजाब पुलिस के शीर्ष अधिकारी ने पुष्टि की कि मोहाली पंजाब इंटेलिजेंस बिल्डिंग ब्लास्ट के सिलसिले में 11 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया विभाग के दफ्तर पर अटैक के बाद पूरे पंजाब में हाई अलर्ट है। सीएम भगवंत मान ने सुबह इस मामले में डीजीपी समेत सभी बड़े पुलिस अधिकारियों की एक बैठक बुला ली है। वहीं मामले की जांच के लिए एनआईए की टीम भी मोहाली आ रही है।
चलती कार से किया गया था हमला
मोहाली में पंजाब इंटेलिजेंस के दफ्तर पर सोमवार रात को रॉकेट लांचर से किया गया हमला चलती कार से किया गया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, हमला करने वाले स्विफ्ट कार में आए थे और उन्होंने चलती कार से ही इमारत को निशाना बनाया था। यह वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई है। वहीं रॉकेट लांचर से हमले की सूचना के बाद मोहाली ही नहीं बल्कि ट्राइसिटी के अधिकारी हरकत में आ गए। एसएसपी चंडीगढ़ कुलदीप सिंह चहल, एसएसपी मोहाली विवकेशील सोनी ने मौके पर पहुंचकर सारे तथ्यों की पड़ताल की।
मोहाली पुलिस के मुताबिक सोमवार देर शाम करीब सात बजकर 45 मिनट पर विस्फोट की सूचना मिली। जब यह हमला हुआ उस समय अधिकतर मुलाजिम मुख्यालय से घर निकल गए थे। केवल सुरक्षा में तैनात स्टाफ ही वहां पर तैनात था। पुलिस ने बताया कि रॉकेट नुमा हथियार 25-30 मीटर की दूरी से फेंका गया, जिससे यह सीधे इमारत की खिड़की और शीशे को तोड़ते हुए मुख्यालय के मेज के पास गिरा। हमले के तुरंत बाद सीनियर अधिकारी मौके पर पहुंचे और तत्काल पूरे एरिया को पुलिस ने घेर लिया।
सीएम ने दिए जांच के आदेश
सीएम भगवंत मान ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने डीजीपी से पूरे मामले की रिपोर्ट मांग ली है। इसके बाद पूरे पंजाब में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
बिल्डिंग की लाइट बंद कर दी गई
खुफिया मुख्यालय में हमले के बाद इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है। जांच की टीम मौके पर हैं, लेकिन इसी बीच दफ्तर की लाइट बंद कर दी गई। अमूमन ऐसी किसी घटना के बाद सभी लाइट ऑन कर दी जाती है, लेकिन धमाके के बाद यहां बिल्डिंग की लाइट को बंद कर दिया गया।
पुलिस नहीं मान रही आतंकी हमला
पुलिस ने हमले में फिल्हाल आतंकी एंगल से इंकार किया है। हालांकि एसपी से यह पूछे जाने पर कि क्या इसे आतंकवादी हमला माना जा सकता है तो मोहाली के एसपी (मुख्यालय) रविंदर पाल सिंह ने कहा कि इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। हम इसकी जांच कर रहे हैं।