आज समाज, नई दिल्ली: Hum Aapke Hain Koun: बॉलीवुड में जब भी शादियों और पारिवारिक मूल्यों को खूबसूरती से दिखाने की बात आती है, तो सबसे पहला नाम सूरज बड़जात्या का लिया जाता है। उनकी फिल्में भारतीय संस्कृति और पारिवारिक रिश्तों को पर्दे पर सजीव कर देती हैं। खासकर ‘हम आपके हैं कौन’ (1994) ने तो भारतीय शादी समारोहों की परिभाषा ही बदल दी।
जब सूरज बड़जात्या से पूछे जाने लगे शादी के मुहूर्त!
फिल्म की लोकप्रियता इतनी जबरदस्त थी कि लोगों ने इसे सिर्फ एंटरटेनमेंट के तौर पर नहीं बल्कि शादी गाइड के रूप में देखना शुरू कर दिया। सूरज बड़जात्या ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि लोग उन्हें फोन करके शादी की तारीख और मुहूर्त पूछने लगे।
इतना ही नहीं, शादी समारोहों में उन्हें देखकर मेहमान पूछते— ‘पहले वरमाला कौन डालेगा—लड़का या लड़की?’ जिस पर वह हंसते हुए कहते— ‘अरे, मुझे कैसे पता चलेगा!’
शादी के गाने के लिए भी आते थे फोन!
सिर्फ शादी की रस्में ही नहीं, बल्कि संगीतकार और गीतकार भी सूरज बड़जात्या से शादी के खास फंक्शन्स के लिए गाने लिखने की सलाह लेने लगे। फिल्म की हर रस्म और हर सीन को इतने बेहतरीन ढंग से दिखाया गया कि यह असली शादी समारोहों का हिस्सा बन गया।
शुरुआत में फिल्म को नहीं मिला खास रिस्पॉन्स
सूरज बड़जात्या ने बताया कि जब ‘हम आपके हैं कौन’ रिलीज़ हुई तो शुरुआती 5 दिनों तक इसका कोई खास रिस्पॉन्स नहीं मिला। इसकी एक वजह थी फिल्म के 14 गाने, जो उस समय दर्शकों को ज्यादा लगे। बाद में कुछ गाने हटाए गए और धीरे-धीरे फिल्म ने अपनी रफ्तार पकड़ी, और फिर यह ऐतिहासिक ब्लॉकबस्टर बन गई।
सिर्फ फिल्म नहीं, एक सांस्कृतिक बदलाव!
फिल्म में सलमान खान, माधुरी दीक्षित, रेणुका शहाणे, मोहनीश बहल, अनुपम खेर और आलोक नाथ जैसे दिग्गज कलाकार नजर आए थे।
‘हम आपके हैं कौन’ सिर्फ एक हिट फिल्म नहीं, बल्कि भारतीय शादी संस्कृति का हिस्सा बन गई। इसने सूरज बड़जात्या को बॉलीवुड का ‘अनौपचारिक पंडित जी’ बना दिया, जिनकी फिल्मों से लोग अपने शादी समारोहों की प्लानिंग करने लगे।