नई दिल्ली। किसान आंदोलन दिल्ली में चल रहा है। पंजाब , हरियाणा यूपी आदि से किसान दिल्ली पहुंचे हैंऔर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है। दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन का असर केवल देश में विदेशों में भी देखने को मिल रहा है। पहलेकिसान आंदोलन को लेकर कनाडा के पीएम ने बयान दिया और अब ब्रिटेन के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ ने इस पर बयान दिया। हालांकि भारत की ओर से कनाडा के पीएम को पहले ही यह नसीहत दी गई थी कि वह भारत के घरेलू मामले में हस्तक्षेप न करें। लेकिन बावजूद इसके ब्रिटेन और अब संयुक्त राष्ट्र की ओर से इस मुद्दे पर बयान आया है। भारत ने किसानों केमुद्दे को घरेलू मुद्दा बताया था और विदेशी नेताओं को इसमें हस्तक्षेप ना करने की नसीहत दी थी। लेकिन फिर भी कनाडा के पीएम ने अपनी बात किसानों के लिए दोहराई थी। इसकेबाद ब्रिटेन के कुछ सांसदोंनेभी अपनी सरकार से इस मामले मेंहस्तक्षेप करने की मांग की थी। अब संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता ने कहा है कि किसानों को शांति से प्रदर्शन करने का आधिकार है और उन्हें ऐसा करने दिया जाए। भारत के विदेश मंत्रालय ने साफ किया है कि किसानों का मुद्दा देश का आंतरिक मामला है और कुछ विदेशी नेता नासमझी वाला और गैरजरूरी बयान दे रहे हैं। यह एक लोकतांत्रिक देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप है।