Delhi Political News : बंपर जीत के बाद अब नेताओं की सीएम पद पर नजर

0
85
Delhi Political News : बंपर जीत के बाद अब नेताओं की सीएम पद पर नजर
Delhi Political News : बंपर जीत के बाद अब नेताओं की सीएम पद पर नजर

पार्टी नेताओं की आलाकमान के साथ मीटिगें जारी, जल्द हो सकता है सीएम पद पर फैसला

Delhi Political News (आज समाज), नई दिल्ली : इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए डबल बोनाजा लेकर आए हैं। पार्टी ने न केवल ढाई दशक का सत्ता का सूखा खत्म किया है। बल्कि बंपर जीत दर्ज करते हुए स्पष्ट बहुमत हासिल किया है। भाजपा की इस जीत से केंद्रीय नेतृत्व भी गदगद है। क्योंकि केंद्र में भाजपा की सत्ता होने के बावजूद दिल्ली में वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रही थी। लेकिन इस बार यह सब कुछ बदल चुका है। अब केंद्र के साथ दिल्ली में भी भाजपा की सरकार होगी।

जल्द होगा सीएम का फैसला

सूत्रों का कहना है कि दिल्ली सीएम को लेकर अपर लेवल पर बैठकों का दौर जारी है। हालांकि प्रधानमंत्री विदेश दौरे पर हैं ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि सीएम पद पर फैसले में कुछ दिन लग सकते हैं। लेकिन कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि दिल्ली सीएम पद पर अंतिम फैसला पीएम और गृह मंत्री कर चुके हैं और इसके औपचारिक घोषणा होना ही बाकी है। ऐसे में मुख्यमंत्री और मंत्री बनने के रेस में शामिल विधायक आलाकमान से नजदीकी बढ़ा रहे हैं। वहीं दिल्ली में भाजपा की जीत और कौन होगा मुख्यमंत्री को लेकर भाजपा सांसदों से लेकर नेताओं और मंत्रियों तक से सवाल पूछे जा रहे हैं। वहीं भाजपा को जीत पर अन्य पार्टी नेता भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

इनके नाम पर जारी है चर्चा

भाजपा में मुख्यमंत्री और मंदी पद के लिए विधायकों ने जोर आजमाइश शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री पद के दावेदार की माने तो नई दिल्ली विधानसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा हैं। जीत के जश्न के दौरान पीएम मोदी ने जिस तरह से पूर्वांचलियों के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि वे भी पूर्वांचली संसदीय सीट से जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं। ऐसे में कयास लगाया जा रहा हैं कि कोई पूर्वांचली चेहरा भी मुख्यमंत्री बन सकता है। इसमें सांसद व पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी भी शामिल हैं।

इस तरह से पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव को भी साध सकती है। उधर रणनीतिकार यह भी मान कर चल रहे कि जाट समुदाय से मुख्यमंत्री बनाकर हरियाणा वालों की नाराजगी कम कर सकती है। इसी तरह से शिरोमणि अकाली दल छोड़ भाजपा में शामिल हुए मनजिंदर सिंह सिरसा पर भी दांव लगा सकती है। विधानसभा नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता लगातार तीसरी बार चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे हैं। 2015 में जब भाजपा के दिल्ली विधानसभा में केवल 3 विधायक थे, तो उनमें से एक गुप्ता भी थे। पंजाबी वर्ग से आने वाले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, जनकपुरी से विधायक आशीष सूद को भी यह जिम्मेदारी दी जा सकती है।

ये भी पढ़ें : Delhi News : आम आदमी पार्टी पर पड़ सकती है दोहरी मार

ये भी पढ़ें : Delhi News Update : भाजपा की सरकार बनते ही दिल्ली प्रशासन में होगा बदलाव