ड्रॉप आउट बच्चों को वापस स्कूल में लाकर पढ़ाई की मुख्यधारा से जोड़ना शिक्षा विभाग का लक्ष्य
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा के सरकारी स्कूलों मेकं अबकी बार प्रवेश उत्सव मनाया जाएगा। प्रवेश उत्सव मनाने का मुख्य उद्देश्य ड्रॉप आउट बच्चों को वापस स्कूल में लाकर पढ़ाई की मुख्यधारा से जोड़ना है। शिक्षा विभाग ने इसके लिए सभी स्कूलों के मुखियाओं को निर्देश जारी कर दिए है। सभी राजकीय स्कूलों को जारी आदेशों में कहा गया कि वे प्रचार प्रसार पर ध्यान दें। इसके तहत स्कूलों में 5-5 हजार रुपए प्रवेश उत्सव व प्रचार प्रसार पर खर्च किए जाएंगे। पढ़ाई छोड़ चुके बच्चों को वापस स्कूल में लाने का प्रयास होगा।
हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक, समग्र शिक्षा, खंड शिक्षा अधिकारी, खंड संसाधन समन्वयक, समग्र शिक्षा, सभी स्कूल मुखिया या प्रभारी, सभी विद्यालयों के मुखिया या प्रभारी, स्कूल प्रबंधन समिति अध्यक्ष को पत्र जारी किया। जिसमें प्रदेश को जीरो ड्रॉप आउट बनाने व राजकीय विद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2025-26 के तहत प्रवेश उत्सव कार्यक्रम आयोजित किए जाने के दिशा-निर्देश दिए।
प्रत्येक स्कूल को प्रवेश उत्सव के लिए मिलेंगे 5 हजार रुपए
पत्र में लिखा कि माध्यमिक शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक के अनुमोदन अनुसार सभी विद्यालयों को विद्यालय फंड से 5000 रुपए की राशि प्रवेश उत्सव (शैक्षणिक सत्र 2025-26) के आयोजन एवं प्रचार प्रसार के लिए खर्च करने की अनुमति प्रदान की जाती है। ताकि विद्यालय स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करके ड्रॉप आउट को जीरो किया जा सके। इस पर विभाग द्वारा विशेष फोकस किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें : हरियाणा में आज बारिश और आंधी का अलर्ट
यह भी पढ़ें : कैश अवॉर्ड के साथ रेसलर विधायक विनेश फोगाट को एचएसवीपी का प्लॉट भी देगी हरियाणा सरकार