करनाल की वाल्मीकि बस्ती पर प्रशासन ने चलाया पिला पंजा

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Administration ran yellow paw on Valmiki settlement of Karnal
Administration ran yellow paw on Valmiki settlement of Karnal
  • करनाल की वाल्मीकि बस्ती पर प्रशासन चला पिला पंजा, बड़ी संख्या में मौके पर पुलिस बल रहा मौजूद, कई परिवार आए सड़क पर।

इशिका ठाकुर,करनाल:
करनाल में प्रशासन द्वारा पीले पंजे चलाने का दौर लगातार जारी है। शुक्रवार भी करनाल के 12 सेक्टर मे स्थित बाल्मीकि बस्ती में जिला योजनाकार गुंजन वर्मा में प्रशासन द्वारा पीला पंजा चलाया गया, जहां पर करीब आधा दर्जन मकान तोड़े गए। जब प्रशासन वहां पर जेसीबी मशीन लेकर मकान तोड़ने के लिए पहुंचा तो वहां पर भारी संख्या में स्थानीय निवासी व कांग्रेसी नेता इकट्ठे हो गए और उनका विरोध करने लगे, जिसके चलते प्रशासन द्वारा भारी पुलिस बल मौके पर तैनात किया गया और मकानों को गिराया गया।

238 लोगों को ही प्लाट अलाट किए

प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई से नाराज बस्ती के लोगों ने प्रशासन पर आरोप लगाया है प्रशासन ने बस्ती में रहने वाले लोगों को घर खाली करने के लिए जो समय निर्धारित किया था उससे पूर्व ही प्रशासन ने घरों पर पीला पंजा चला दिया जिससे मजबूरन उन्हें बेघर होना पड़ रहा है।

Administration ran yellow paw on Valmiki settlement of Karnal
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लेकिन 2018 में प्रशासन ने बस्ती में रह रहे लोगों को सेक्टर 16 में 2 मरले के प्लाट दिए थे ताकि उनको यहां से 16 सेक्टर में शिफ्ट किया जा सके। यहां पर टोटल 259 मकान थे जिनमें से 238 लोगों को ही प्लाट अलाट किए गए थे । बचे हुए लोगों को अभी प्लॉट अलॉट नहीं किए गए जिसके चलते उन्होंने यहीं पर रहने का फैसला लिया हुआ था लेकिन आज अचानक प्रशासन के द्वारा इनके मकान तोड़ दिए गए। पीड़ित लोगों का यह कहना है कि कुछ लोगों के घर अभी सरकार द्वारा अलाट की गई जगह पर बन कर तैयार नहीं हुए जिसके चलते वह यहां रह रहे हैं उन्होंने कुछ समय प्रशासन से मांगा था लेकिन प्रशासन ने उन्हें समय नहीं दिया ।

मकान खाली करने के लिए पहले ही बोल दिया गया था :एसडीएम अनुभव मेहता

हालांकि प्रशासन एसडीएम अनुभव मेहता कहना है कि पहले इनको मकान खाली करने के लिए बोल दिया गया था और नोटिस भी दे दिया गया था ताकि किसी को समान का नुकसान ना हो और आज भी कार्रवाई करने से पहले सभी मकानो को प्रशासन के द्वारा खाली करवा दिए गए थे। वहीं प्रशासन का यह भी कहना है कि इन लोगों को 16 सेक्टर में नए घर अलॉट किए हुए हैं। जिनकी रजिस्ट्री भी इनके नाम हो चुकी है। उसके बावजूद भी यह यहां पर घर खाली ना करके उन पर कब्जा किए हुए हैं इस संबंध में इन को कई बार नोटिस दिए गए हैं । अब हाई कोर्ट से आदेश आए हैं कि यहां से जगह खाली करवाई जाए इसी के चलते आज प्रशासन के द्वारा कार्रवाई की गई है ।

Administration ran yellow paw on Valmiki settlement of Karnal
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वही मौके पर पहुंचे कि कांग्रेस के पूर्व विधायक सुमिता सिंह ने कहा कि सीएम सिटी करनाल में सरकार के कहने पर गरीब लोगों का आशियाना उजाड़ दिया गया है पहले भी लगातार प्रशासन के द्वारा ऐसी कार्रवाई की जा रही है हालांकि हम कोर्ट के आदेशों की पालना करते हैं लेकिन कहीं ना कहीं प्रशासन को मकान तोड़ने से पहले इतना इंतजार जरूर करना चाहिए था कि जब तक इनके 16 सेक्टर में मकान बन कर जा रहे थे तब तक का समय है इनको देना चाहिए था। लेकिन प्रशासन के रूखे रवैया से कई परिवार अपने बच्चों सहित सड़कों पर आने को मजबूर हो गए। आलम यह है कि पीड़ित परिवार अपने बच्चों सहित प्रशासन से गुहार लगाते रहे लेकिन प्रशासन उन के मकानों पर जेसीबी मशीन चलाता रहा और उनको तोड़ता रहा।

तो वहीं इस पर रोष जताते हुए कांग्रेस नेता अरुण पंजाबी ने कहा कि 2014 में गरीब लोगों को बसाने की बात करने वाली सरकार आज उन्हीं के घर पर बुलडोजर चलवा रही है उन्होंने कहा कि जब अमित शाह का हेलीकॉप्टर लैंड होना था तो वहां पर भी बिना किसी सूचना के गरीबों की झोपड़ियां तोड़ी गई उसमें लोगों के रोजगार थे वह सब उजाड़ दिया गया और आज भी इन अधिकारियों के पास ओरिजिनल नोटिस नहीं है और अगर सरकार को गरीबों के घर उजाड़ने ही है तो पहले उनको घर दें उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार तानाशाही सरकार है।

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