नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। इसके साथ ही घाटी से अतिरिक्त सुरक्षाबलों की वापसी होने लगी है। वहीं असम उबल रहा है। नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ असम के लोग सड़कों पर हैं। लगातार वहां आगजनी हो रही है। छात्रों के समूह सड़कों पर बिल का विरोध पुरजोर तरीके से कर रहे हैं। विरोध को देखते हुए आज पुलिस को लाठियां भी चलाई गर्इं। एएनआई के मुताबिक सीआरपीएफ की दस कंपनियों को जम्मू-कश्मीर से असम के लिए रवाना किया गया है। असम के लिए प्रदेश से 20 कंपनियां भेजी जाएंगी। एक स्पेशल ट्रेन के जरिए जवानों को वहां से भेजा जा रहा है। गौरतलब है कि इससे पहले सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स के 5000 से ज्यादा जवान घाटी से रवाना हो चुके हैं। दिसंबर के शुरुआत में ही 4 से 5 अतिरिक्त कंपनियां घाटी से रवाना की गई थीं। आर्टिकल-370 हटाए जाने से पहले कश्मीर में 50 हजार से अधिक सीएपीएफ के जवानों को भेजा गया था। इन जवानों की भूमिका घाटी में कानून व्यवस्था की स्थिति से निपटने में महत्वपूर्ण रही।सूत्रों के अनुसार, कश्मीर घाटी के विभिन्न हिस्सों में तैनात 20 कंपनियों को कश्मीर से वापस रवाना किया जाना है। इनमें से 16 बीएसएफ जबकि चार सीआरपीएफ की हैं।