Actress Tilottama Shome Interview, (आज समाज), मुंबई: बॉलीवुड अभिनेत्री तिलोत्तमा शोम के साथ दिल्ली के एक बस स्टॉप पर 6 लड़कों ने बदसलूकी की थी। ‘दिल्ली क्राइम 2’ में बेहतरीन किरदार निभाकर पॉपुलर हुईं इस एक्ट्रेस ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपने साथ हुई बदसलूकी का यह खुलासा किया है। तिलोत्तमा ने बताया है कि जब उन्होंने बस स्टॉप पर लड़कों से बचने के लिए मेडिकल फील्ड से जुड़े एक आदमी से लिफ्ट ली, तो उस आदमी ने कार में उनके सामने आपत्तिजनक हरकत की थी। बता दें कि तिलोत्तमा हिंदी मीडियम, अंग्रेजी मीडियम, लस्ट स्टोरी 2 जैसी फिल्मों में नजर आ चुकी हैं। एक्ट्रेस को दिल्ली क्राइम-2 के लिए काफी सराहना मिली थी। इस सीरीज के लिए एक्ट्रेस को फिल्मफेयर ओटीटी अवॉर्ड से नवाजा गया था।
तिलोत्तमा शोम की जुबानी छेड़छाड़ की कहानी
एक्ट्रेस तिलोत्तमा शोम ने कहा, मुझे याद है, मैं दिल्ली के वसंतकुंज में रहती थी और मुनिरका तक एक बस आती थी। मुनिरका से वसंतकुंज के बीच पहाड़ थे, जहां के रास्ते में बहुत अंधेरा होता था। इस रास्ते के लिए केवल 66 नंबर की एक ही बस थी। यदि वह एक बस नहीं मिलती थी तो एक घंटे का इंतजार करना पड़ता था। उन्होंने बताया, सर्दियों का समय था और बहुत अंधेरा था। मैं बहुत देर से बस का इंतजार कर रही थी। इसी बीच एक कार आकर उनके पास रुकी और उससे 6 लोग उतरे। तिलोत्तमा ने कहा, मैं समझ ही नहीं सकी कि यदि इन लोगों के पास गाड़ी है, तो ये लोग बस स्टॉप पर क्यों रुके हैं।
पत्थर मारा और मैं थोड़ा और दूर हट गई
एक्ट्रेस ने कहा, मैं सस्पीशियस होकर थोड़ा दूर हट गई, लेकिन वे लोग मुझ पर कमेंट करने लगे। कुछ देर बार उन्होंने मुझ पर एक छोटा सा पत्थर मारा और मैं थोड़ा और दूर हट गई। मैं समझ गई थी कि मुझे यहां नहीं रुकना चाहिए। मैं जानती थी कि मैं उन लोगों से भाग नहीं सकूंगी, तो मैंने सड़क के बीच में खड़े रहकर लिफ्ट मांगने की कोशिश की।
कार में बिठाकर उसने पैंट की जिप खोली
तीन-चार कार निकलीं, पर कोई रुक नहीं रहा था। इसी बीच एक कार रुकी, जिसमें पीछे मेडिकल का साइन था। मुझे लगा कि मेडिकल का आदमी है, अच्छा ही होगा। मैं कार में बैठी और जैसे ही कार थोड़ा आगे बढ़ी उस आदमी ने अपनी पैंट की जिप खोल दी। उस आदमी ने मेरा हाथ पकड़ा, उसके इरादे ठीक नहीं थे। वो जबरदस्ती मेरा हाथ खींचने लगा। मैंने तुरंत रिएक्ट किया तो उसने मुझे कार से उतार दिया। एक्ट्रेस ने आगे बताया है कि इस इंसीडेंट के बाद वो घर नहीं जाना चाहती थीं। वो नहीं चाहती थीं कि उनकी हालत देखकर उनके पेरेंट्स परेशान हो जाएं। ऐसे में उस रात अपनी दोस्त के घर जाकर रुकी थीं।