आज समाज डिजिटल टीम, मुंबई:
आज बुधवार को ट्रेजडी किंग दिलीप कुमार ने आखिरी सांस ली। वे 98 वर्ष के थे और कुछ दिनों से मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में दाखिल थे। उनके निधन से फिल्म इंडस्ट्री के अलावा देशभर में शोक फेल गया। उनके निधन की सूचना के साथ ही लोगों को जहन में उनकी एक्टिंग और डायलोग गूंजने लगे। अधिकतर फिल्मों में आम आदमी की अदाकारी करने वाले दिलीप कुमार ने कला प्रेमियों के दिलों में अमिट छाप छोड़ी। दिलीप साहब के साथ उनकी पत्नी अभिनेत्री सायरा बानो आखिरी सांस तक उनके साथ रहीं। सायरा बानों दिलीप की देखभाल करने के साथ-साथ कलाप्रेमियों से दुआ करने की अपील भी कर रही थीं।
सांस लेने में तकलीफ होने के बाद पिछले बुधवार को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह एक महीने में दूसरी बार अस्पताल में भर्ती हुए थे। दिलीप कुमार के निधन से फिल्म जगत को अपूर्णीय क्षति पहुंची है। दिलीप कुमार को सबसे पहले छह जून को अस्पताल लाया गया था और वह आॅक्सीजन पर थे। अभिनेता के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से छह जून को किए गए पोस्ट में कहा गया था, व्हॉट्सएप पर फॉरवर्ड किए जा रहे संदेशों पर विश्वास मत करें। वे स्थिर हैं। कलाप्रेमियों की दुआओं और प्रार्थनाओं के लिए धन्यवाद भी दिया गया था।
दिलीप कुमार को बॉलिवुड का ट्रेजिडी किंग का नाम दिया था। आज वे तो गए, लेकिन अपने फैंस में ट्रेजिडी फैला गए। उन्होंने अपने करियर में शहीद, मेला, अंदाज, जोगन, बाबुल, दाग, आन, देवदास, आजाद, नया दौर, मधुमती, पैगाम, कोहिनूर, मुगल-ए-आजम, गंगा जमुना, राम और श्याम, आदमी, गोपी, क्रांति, शक्ति, विधाता, कर्मा और सौदागर जैसी एक से बढ़कर एक बेहतरीन फिल्में दी थीं।