गाजियाबाद। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. एनके गुप्ता ने लोगों को अभी एसी का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी है। उन्होंने बताया जनपद में हॉस्पिटल, नर्सिंग होम और पैथेलॉजी लैब पर सेंट्रलाइज्ड एसी चलाने पर शासन स्तर से रोक लगाई गई है। इस संबंध में सभी निजी अस्पतालों को एडवाइजरी जारी कर दी गई है। सीएमओ ने कहा यदि कोई निजी अस्पताल सेंट्रलाइज्ड एसी का प्रयोग करता है तो स्वास्थ्य विभाग की ओर से उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस संबंध में नोटिस भी जारी किया गया है।
सीएमओ डॉ. गुप्ता ने बताया पिछले दिनों जिले के विभिन्न हॉस्पिटल, नर्सिंग होम और पैथ लैब्स का निरीक्षण किया गया था। इस दौरान कई जगह सेंट्रलाइज्ड एसी का प्रयोग होता पाया गया। यहां तक कि कई प्राइवेट हॉस्पिटल में मरीजों की भर्ती भी बिना किसी कोविड-19 स्क्रीनिंग के की जा रही है। जबकि ऐसे समय में खास एहतियात बरतने की जरूरत है। इसके बावजूद हॉस्पिटल द्वारा सावधानी नहीं बरती जा रही है। सीएमओ ने कहा कि सेंट्रलाइज्ड एसी के प्रयोग से कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका रहती है।
उन्होंने कहा इस संबंध में एडवाइजरी जारी करते हुए कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए सभी नर्सिंग होम, हॉस्पिटल, पैथॉलोजी लैब और क्लीनिक में सेंट्रलाइज्ड एसी के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया गया है। निर्देशों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जाएगी।
सीएमओ बताया सेंट्रलाइज्ड एसी में हवा पूरे अस्पताल में सर्कुलेट होती है, ऐसे में संक्रमण के भी फैलने की आशंका रहती है। इसीलिए फिलहाल शासन की ओर से निजी अस्पतालों में सेंट्रलाइज्ड एसी के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई है। सीएमओ ने अभी लोगों को अपने घर में भी एसी का इस्तेमाल न करने की सलाह दी है। उनका कहना है कि अभी मौसम बदल रहा है और ऐसे में अक्सर बीमार पड़ने की आशंका रहती है। लिहाजा थोड़े दिन एहतियात बरतना जरूरी है।